पीड़िता ने सुनाई दिल दहला देनेवाली आपबीती
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो रही है। कानून के रखवाले ही बेकाबू होकर आम जनता पर भेड़िए की तरह टूट पड़े हैं। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के साथ-साथ ओडिशा में भी कानून-व्यवस्था को सबसे अधिक पुलिस वाले ही ठेंगा दिखा रहे हैं और क्रूरता की सारी हदें पार कर रहे हैं। ओडिशा के भरतपुर पुलिस स्टेशन में सेना के एक अधिकारी और उसकी मंगेतर के साथ मारपीट और यौन शोषण की घटना सामने आई है। दारोगा की दरिंदगी इतनी ज्यादा हुई कि सेना के अधिकारी की पिटाई के साथ-साथ उसकी मंगेतर के कपड़े उतार दिए गए।
बता दें कि १५ सितंबर को सेना का अफसर और उसकी मंगेतर रोड रेज की शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे थे। पुलिसकर्मियों ने न केवल सेना अधिकारी के साथ बदसलूकी की, बल्कि उसकी मंगेतर के कपड़े उतार दिए और उसके साथ अभद्र बर्ताव किया। पीड़िता ने बताया कि वह एक वकील है और रेस्टोरेंट चलाती है। छेड़छाड़ की शिकायत करने पुलिस स्टेशन गए थे, लेकिन यहां एक महिला पुलिसकर्मी ने पहले उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उसके मंगेतर सेना के अधिकारी को लॉकअप में बंद कर दिया और विरोध के बाद उसके साथ मारपीट भी शुरू कर दी। मामला सामने आने के बाद इंस्पेक्टर-इन-चार्ज समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
पीड़िता ने आगे बताया कि जब उन्होंने सेना अधिकारी को हिरासत में रखने का विरोध किया तो दो महिला पुलिसकर्मियों ने उनके बाल पकड़कर उन्हें पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद उनके हाथों को जैकेट से बांध दिया गया और पैरों को एक महिला कांस्टेबल के दुपट्टे से बांध दिया गया। कुछ समय बाद एक पुरुष पुलिस अफसर वहां पहुंचा। पुलिस अफसर ने पीड़िता के अंडर गार्मेंट्स उतार दिए और छाती पर लात मारी और पीड़िता को पुलिस अफसर ने प्राइवेट पार्ट दिखाया। सुबह जब इंसपेक्टर-इंचार्ज पहुंचे तो उन्होंने पीड़िता के पैंट उतार दिए। इसके बाद अपना प्राइवेट पार्ट दिखाकर अश्लील टिप्पणियां कीं। पुलिस महानिदेशक वाईबी खुरानिया ने इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है।