सामना संवाददाता / नई दिल्ली
नेशनल कॉन्प्रâेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश ध्रुवीकरण और नफरत की राजनीति के कारण ‘बुरे दौर’ से गुजर रहा है। उन्होंने मुसलमानों को निराश न होने की सलाह दी और कहा कि यह दौर जल्द ही खत्म होने वाला है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने चिनाब घाटी के अपने सप्ताह भर के दौरे के तीसरे दिन डोडा जिले के मलिकपुर में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुसलमानों को स्वतंत्र भारत का नागरिक होने पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा है कि देश ध्रुवीकरण की राजनीति के कारण बुरे दौर से गुजर रहा है। अब्दुल्ला ने कहा, ‘आप एक स्वतंत्र देश के नागरिक हैं न कि किसी सरकार के कार्यकर्ता। अल्लाह सब देख रहा है और वे (सत्तारूढ़ सरकार) लंबे समय तक नहीं टिकेंगे।’
उन्होंने कहा, `जवाहरलाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक किसी भी प्रधानमंत्री ने लोगों को धर्म के आधार पर नहीं बांटा…लेकिन मौजूदा प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) चुनावी भाषणों में कहते हैं कि मुसलमान देश के नागरिक नहीं बल्कि घुसपैठिए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन मौजूदा प्रधानमंत्री अपने चुनावी भाषणों में कहते हैं कि मुसलमान देश के नागरिक नहीं बल्कि घुसपैठिए हैं और अगर उन्हें (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) वोट नहीं दिया तो उन्हें (मुसलमान) हिंदुओं की संपत्ति, घर, जानवर और यहां तक कि मंगलसूत्र में हिस्सा दिया जाएगा। हम ऐसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि मुसलमानों को निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि ‘हम जानते हैं कि जीवन और मृत्यु अल्लाह के हाथ में है।’