सामना संवाददाता / ठाणे
पिछले हफ्ते एक ही दिन में १८ मरीजों की मौत के बाद से ही कलवा अस्पताल सुर्खियों में छाया हुआ है। अब ऐसे में अस्पताल के सीनियर डॉक्टरों से तंग आकर कुछ जूनियर डॉक्टर इस्तीफा देने की तैयारी में हैं। उनका कहना है कि सीनियर डॉक्टरों द्वारा उनके साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, ये सभी डॉक्टर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिरुद्ध मालगांवकर से परेशान होकर इस्तीफा देने की तैयारी में हैं। वर्तमान में ये सभी डॉक्टर विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं। डॉक्टर मालगांवकर पिछले दो वर्षों से कलवा अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक हैं। एक ओर जहां अपर्याप्त कर्मचारियों के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल पर मरीजों दबाव बढ़ गया है, तो वहीं दूसरी ओर अगर डॉक्टर इस्तीफा देते हैं तो अस्पताल की स्थिति बद से बदतर हो सकती है।
मैनपॉवर होगी और भी कम
वर्तमान में कलवा अस्पताल में १२५ डॉक्टर, १४० रेजिडेंट डॉक्टर और ५०० बेड की क्षमता के लिए १८० नर्से कार्यरत हैं। अब ऐसे में यदि कुछ डॉक्टर इस्तीफा देते हैं तो मैनपॉवर और भी कम हो जाएगी।
अनुशासन की सख्ती
इस संबंध में जब कलवा अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मालगांवकर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह बात मेरे भी कानों में पड़ी है लेकिन अस्पताल पर बढ़ते दबाव को देखते हुए डॉक्टरों पर भी दबाव बढ़ गया है। कुछ दिनों से बायोमेट्रिक अटेंडेंस शुरू हो गई है। गुरुवार से इसका शत-प्रतिशत क्रियान्वयन किया जाएगा, साथ ही अनुशासन लागू करने का प्रयास किया जाएगा। इसलिए कुछ डॉक्टरों ने यह कदम उठाया होगा। हालांकि उन्होंने दावा किया कि कोई भी डॉक्टर इस्तीफा नहीं देगा।