सामना संवाददाता / मुंबई
महायुति में इन दिनों महासंग्राम मचा हुआ है। एक तरफ जहां अजीत पवार गुट और शिंदे गुट में लड़ाई हो रही है तो वहीं देवेंद्र फडणवीस से शिंदे गुट खासा नाराज चल रहा है। एकनाथ शिंदे तो अब फडणवीस से दूरी बनाना ही बेहतर समझ रहे हैं। उसकी वजह यह है कि फडणवीस ने पूर्व सीएम शिंदे द्वारा लिए गए तीन महत्वपूर्ण निर्णय में भ्रष्टाचार का हवाला देकर उसे रोक दिया है, जिसके चलते शिंदे गुट को बड़ा झटका लगा है। सूत्रों का मानना है कि शिंदे ने अपने समर्थन करने वाली कंपनियों के हित के लिए इस ठेकों के निर्णय को मंजूरी दी थी। देवेंद्र फडणवीस को पहले से यह पता था वे तब सीएम को क्रॉस नहीं कर सके, अब सीएम बनते ही पहले उन्होंने इन तीनों निर्णय को रद्द किया है। ऐसे में शिंदे फडणवीस से नाराज हो गए हैं और वह दूरी बनाते नजर आ रहे हैं।
बता दें पालकमंत्री पदों को लेकर दोनो दलों के बीच काफी नाराजगी है, लेकिन इसके अलावा भी कई मुद्दों ने असंतोष को हवा दी है। शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं की नाराजगी का बड़ा कारण यह है कि फडणवीस ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पिछली सरकार के तीन अहम पैâसलों को पलट दिया है, इनमें से एक पैâसला स्कूलों को लेकर है। एकनाथ शिंदे के समय एजुकेशन मिनिस्टर रहे दीपक केसरकर ने निर्णय लिया था कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए यूनिफॉर्म सप्लाई के लिए अलग से एजेंसी बनेगी। अब देवेंद्र फडणवीस सरकार ने इस पैâसले को पलट दिया है और ड्रेस खरीदने का अधिकार स्कूल मैनेजमेंट कमेटी को दे दिया है।