मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
`बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाली सरकार के मुखिया के जिले में तीन साल की बच्ची की हत्या के बाद उसके शव से हैवानियत का घिनौना कृत्य किया गया। कानून की खौफ से निडर आरोपी जब पुलिस की गिरफ्त में आया तो बोला कि मुझे छोड़ दो, सब मैनेज कर लेंगे। मृत बच्ची की मां बोली कि दरिंदे को कड़ी से कड़ी सजा दी जाय। गोरखपुर के चिलुआताल इलाके के एक गांव में मां के बगल में सोई तीन साल की मासूम बच्ची का अपहरण कर हत्या के मामले में जब पुलिस ने पर्दाफाश किया तो जिसने भी सुना, उसके पैर के नीचे से जमीन खिसक गई। पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश करते हुए बताया कि आरोपी ने पहले मासूम को अगवा किया। इस दौरान वह रोने लगी तो उसे जमीन पर पटक दिया। सिर पर चोट लगने से वह चीखने लगी तो पहले लात-घूसे से पीटा, फिर जमीन पर पटक-पटककर मार डाला। शव को ठिकाने लगाने जाते समय उस पर वहशीपन सवार हो गया। उसने बच्ची के शव के साथ कुकर्म किया। इसके बाद शव को पास की चहारदीवारी में फेंककर फरार हो गया। आरोपी की पहचान चिलुआताल इलाके के कृतपुरा टोला निवासी के रूप में हुई है। बुधवार को आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस ने उसकी निशानदेही पर बाउंड्रीवाल के पास बच्ची के छिपाए गए अंडरवियर को बरामद कर लिया। आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने घटना का पर्दाफाश कर पकड़े गए आरोपी के बारे में जानकारी दी। एसएसपी ने बताया कि बीते छह अगस्त की तड़के सुबह पुलिस को एक बच्ची के अपहरण की सूचना मिली थी। पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इस बीच सोमवार को बच्ची की लाश मिल गई। शुरुआती जांच में पुलिस बच्ची की मां के प्रेमी, पूर्व पति और परिवार में आपसी विवाद को केंद्र मानकर जांच कर रही थी। इस बीच पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल गई। पोस्टमार्टम में पिछले नाजुक हिस्से पर चोट के निशान मिले। पुलिस इस बिंदु को भी जांच के दायरे में लाई। इसी दौरान पुलिस को एक ऐसे शख्स के बारे में जानकारी मिली, जो अपनी ही भतीजी से दुष्कर्म कर जेल गया था और पांच अगस्त को ही जेल से जमानत पर छूटा था। यह भी पता चला कि घटना वाले दिन से ही वह लापता है। पुलिस ने संदेह के आधार आरोपी की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने राजघाट के लालडिग्गी के पास से बहन के घर छिपे आरोपी को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने घटना कबूल कर ली। एसएसपी ने बताया कि आरोपी पांच अगस्त को जमानत पर छूटने के बाद घर आया। घर पर शराब पीने के दौरान आरोपी का उसके भाई से विवाद हो गया। भाई ने भतीजी से दुष्कर्म का कसूरवार बताते हुए उसे घर से भगा दिया। आरोपी पीड़िता के घर के सामने से गुजर रहा था। इस दौरान उसे बरामदे में बच्ची अपनी मां के साथ सोई नजर आई। उसने बच्ची को अगवा कर लिया।