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भाजपा से नहीं मनुवाद के खिलाफ है लड़ाई!… – मल्लिकार्जुन खड़गे

सामना संवाददाता / मुंबई

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने जो संविधान बनाया है उसे टिकाए रखना है। हमें हिटलर नहीं बनना है। देश में सभी धर्म के लोगों को एक साथ रहने का प्रावधान डॉ. आंबेडकर ने संविधान में किया है, लेकिन भाजपा उसे बदलना चाहती है। यह कहते हुए भाजपा और मोदी सरकार पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लड़ाई भाजपा, नरेंद्र मोदी से नहीं, बल्कि मनुवादी विचारधारा से है। देश में मोदी सरकार ने मनुवादी विचारधारा को बढ़ावा दिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश के लिए लड़ाई लड़ी। कांग्रेस के लोग देश के लिए फांसी पर चढ़ गए, आजादी के आंदोलन में नरेंद्र मोदी की भाजपा के लोग कहां थे? आजादी की लड़ाई के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोग कहां छुपे हुए थे? मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐसे सवाल पूछकर मनुवादी सोच वाली सरकार को लोकसभा चुनाव में हराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आरएसएस के कार्यालय में आज भी देश का तिरंगा नहीं फहराया जाता है, संविधान नहीं रखा जाता है। आखिर उन्हें बाबासाहेब के इस देश से नफरत क्यों है। खड़गे नागपुर से कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार विकास ठाकरे की प्रचार रैली में बोल रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर वोट मांग रही है। नरेंद्र मोदी दुष्प्रचार कर रहे हैं कि राम मंदिर के उद्घाटन के लिए कांग्रेस को बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं आए। प्राण-प्रतिष्ठा का काम साधु-संतों का है लेकिन ये नए साधु हैं। अगर आज भी दलित समुदाय को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है तो मैं अकेले मंदिर वैâसे जा सकता हूं? नई संसद की आधारशिला रखने के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आमंत्रित नहीं किया गया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नई संसद के उद्घाटन में नहीं बुलाया गया, न ही उन्हें राम मंदिर के उद्घाटन में बुलाया गया। राष्ट्रपति होते हुए भी दलित वर्ग से होने के कारण भाजपा और मोदी ने उन्हें न बुलाकर दलित समाज का अपमान किया है।

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