सुरेश एस डुग्गर / जम्मू
जम्मू-कश्मीर में ३ अगस्त तक लोगों की जान सांसत में रहेगी, क्योंकि मौसम विभाग की भविष्यवाणी ने लोगों को चिंता में डाले हुए है। दरअसल, मौसम विभाग कहता है कि ३ अगस्त तक प्रदेश में बारिश कहर बरपा सकती है। वैसे भी पिछले दो दिनों से यह कहर बरपा रही है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कल की चार घंटे की बारिश ने कश्मीरियों को २०१४ की बाढ़ की यादें ताजा कर दी।
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर से मिली जानकारी अनुसार, ३१ जुलाई तक हल्के बादल छाए रहेंगे। फिर एक से तीन अगस्त तक आंशिक बादल छाए रहेंगे। कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। कहीं-कहीं अधिक बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की नौबत भी बन सकती है, इसलिए सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने लोगों को नालों और दरियाओं के किनारे से दूर रहने की चेतावनी जारी की है।
कल देर रात हुई बारिश व गंदरबल के कंगन तहसील में बादल फटने से कई आवासीय घरों और सरकारी इमारतों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा एक धार्मिक स्थल को भी कुछ क्षति पहुंची है। एसडीएम ने बताया कि प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों में भेजा गया है। रामनगर में भी भारी बारिश में मिट्टी का घर ढहने से एक महिला की मौत हो गई। डोडा में अचानक आई बाढ़ में एक पुल बह गया। पहाड़ी इलाकों में भारी वर्षा के कारण तवी, चिनाब, बसंतर और उझ सहित कई नदियों में जलस्तर बढ़ा रहा। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग में रामबन के पास भूस्खलन हुआ। हाईवे पर आवाजाही सुचारु रही।