• दहिसर आनंद नगर पुल के नीचे बने उद्यान के श्रेय के लिए होड़
• सिर्फ भाजपाइयों की उपस्थिति में हुआ उद्घाटन
सामना संवाददाता / मुंबई
दहिसर-पूर्व और पश्चिम को जोड़नेवाले पुल के नीचे आनंद नगर के पास बने उद्यान का काम लगभग दो महीने पहले पूरा हो चुका था, उसका उद्घाटन कई महीनों से लटका था। सोमवार को उस पुल का उद्घाटन किया गया, लेकिन आश्चर्य है कि इस पुल का नामकरण हुए बगैर इसका उद्घाटन किया गया। स्थानीय लोग इस पुल का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से रखना चाहते हैं। इस मामले में पत्र भी मनपा को दिया गया था।
दहिसर-पूर्व में आनंद नगर के पास उद्यान को वर्ष २०१७ में ही बनाया गया था, लेकिन कुछ वर्ष बाद मेट्रो कार्य के चलते उसे नष्ट कर दिया गया। अब एक बार फिर कुछ महीनों पहले इसे बनाकर तैयार किया। पिछले कई दिनों से इसके उद्घाटन के लिए तैयारी की जा रही थी। ऐसा माना जा रहा था कि मनपा इसके नाम की घोषणा भी इसी दौरान करेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। मुंबई उपनगर के पालकमंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने इसका उद्घाटन किया और इसी के साथ इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया।
इस बारे में जानकारी देते हुए सामाजिक कार्यककर्ता राजेश पंड्या ने बताया कि यह पूरा कार्यक्रम सिर्फ भाजपा का कार्यक्रम था। यहां श्रेय की होड़ में भाजपा दिखी। साथ ही इस उद्यान का नाम अब तक तय नहीं हो पाया है। बिना नाम तय हुए इस उद्यान का उद्घाटन किया गया है, जबकि हमने पहले ही मांग की है कि इस उद्यान का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से रखा जाए। मनपा ने यहां कोई नाम तय नहीं किया है।
जमकर पोस्टरबाजी
यहां भाजपा के लोगों ने श्रेय की होड़ में जमकर पोस्टरबाजी शुरू की। हर तरफ भाजपा के नेताओं के फोटो लगाए गए। यहां तक कि गद्दार शिंदे गुट के लोगों को भी महत्व नहीं दिया गया।
उद्यान को खूब सजाया
उद्यान में खंभे की दीवार पर पक्षी-प्राणियों, नैसर्गिक सुंदरता के चित्र बनाए गए हैं। फायबर के प्राणी-हिरण, सिंह, खरगोश, मोर आदि लगाए गए हैंै। पानी का फवारा, ५ झूले, दो फिसल पट्टी, जिम-अतिरिक्त कसरत के साधन ६ बैठने की कुर्सियां लगाई गई हैं।