झारखंड में केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे पहली बार धनबाद बीसीसीएल की कोल परियोजनाओं का जायजा लेने पहुंचे थे। इसके बाद मंत्री जी मुनिडीह अंडर ग्राउंड माइंस का भी जायजा लेने पहुंचे। वहां से निकलने के बाद महाप्रबंधक (जीएम) अरिंदम मुस्तफी ने खुद केंद्रीय राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे के जूते उतारे। यही नहीं मंत्री के पाजामा का नाड़ा ढीला हो गया तो खुद बीसीसीएल के अधिकारी ने उसे बांधा। इस दौरान बीसीसीएल अधिकारियों ने मीडिया को फोटो खींचने से भी मना किया, लेकिन तब तक सारा माजरा वैâमरे में वैâद हो चुका था। वहीं मंत्री का वीडियो वायरल होने के बाद धनबाद कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि मंत्री का जूता अगर एक जीएम उनके पैरों से निकाले तो यह डूब मरने वाली बात है। हालांकि, मंत्री भी जूता उतरवा रहे हैं। जीएम साहब ने और बड़े अधिकारी या सीएमडी बनने का काम किया है। जीएम साहब को फौरन बीसीसीएल का सीएमडी बना देना चाहिए। बीसीसीएल के ऐसे अधिकारी जो भ्रष्टाचार में लिप्त होते हैं वह अपनी कमियों को छिपाने के लिए ऐसे ही मंत्री के अवभागत और चापलूसी में लगे रहते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, कोयला मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने झारखंड में बिजली की समस्या पर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली की समस्या के लिए झारखंड सरकार ही जिम्मेदार है। देश की जीडीपी में कोल इंडिया की १० प्रतिशत की सहभागिता है। कोल इंडिया दिन-प्रतिदिन विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।