सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव में घाती गुट को हार दिखने लगी है, इसी लिए बाहर गए वोटरों से मनुहार करने लगी है। यानी हाथ जोड़कर बाहरगांव से आकर वोट देने के लिए अनुरोध कर रही है। इसके लिए घाती गुट के ‘गद्दार’ विधायकों ने पैसे के दम पर मतदाताओं को जुटाने में लग गए है। गद्दार विधायकों ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि मतदाताओं को फोन करो, गूगल को भुगतान करो, कुछ भी करो, परंतु बाहर गांव के मतदाताओं को बुलाओ। इस तरह का लालच अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से गद्दार विधायक ने अपने मतदाताओं को दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें दो-तीन दिनों में निर्वाचन क्षेत्रों के बाहरी इलाके में रहने वाले लोगों की सूची मिल जानी चाहिए और उन्हें बताएं कि उन्हें क्या चाहिए.. फोन ..पे.. गुगल..पे, लेकिन गांव के बाहर के मतदाताओं को बुलाए, घाती गुट के गद्दार विधायकों ने सार्वजनिक अपील की।
सार्वजनिक कार्यक्रम का मार्गदर्शन करते हुए घाती गुटके गद्दार विधायकों ने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों के बाहर रहने वाले लोगों की सूची दो-तीन दिनों में उनके पास आ जानी चाहिए।
बाहर गांव के मतदाताओं से बात करो, कहो अब दिवाली नजदीक है। दिवाली के दौरान गांव के बाहर से लोग अपने घर आते हैं। दिवाली में उनसे कहो, बापू, तुम्हें आने-जाने के लिए कार चाहिए.. जो चाहिए वो हम देंगे.. तुम हमारे लिए आओ? उन्हें विश्वास के साथ ऐसा बताएं। आप सभी से अनुरोध है कि विधानसभा क्षेत्र के बाहर से भी मतदाता बड़ी संख्या में आने चाहिए। घाती गुट के एक विधायक ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में इस तरह अपील की। एक ओर जहां राज्य में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई है, वहीं गद्दार विधायक ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बयान दिया है कि मतदाताओं को ‘फोन..पे..गूगल. पे’ पर पैसे भेजने चाहिए। आचार संहिता अवधि के दौरान गद्दार विधायक द्वारा मतदाताओं को एक तरह से प्रलोभन दिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर क्या कार्रवाई करते हैं, इस पर लोगों की नजर लगी हुई है।