मुख्यपृष्ठनए समाचारआंगनवाड़ी सेविकाओं की सरकार को सुध नहीं ...नाराज सेविकाएं निकालेंगी राज्यव्यापी मोर्चा!

आंगनवाड़ी सेविकाओं की सरकार को सुध नहीं …नाराज सेविकाएं निकालेंगी राज्यव्यापी मोर्चा!

सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले साल से ही अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहीं आंगनवाड़ी सेविकाओं का घाती सरकार की ओर से दमन जारी है। आखिरकार एक बार फिर से न्याय की उम्मीद में वे पिछले तीन दिनों से धरना प्रदर्शनरत हैं। हालांकि, घाती सरकार की ओर से कोई भी प्रतिनिधि उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा है। ऐसे में बाध्य होकर दो लाख आंगनवाड़ी सेविकाओं को २१ अगस्त से राज्यव्यापी मोर्चा निकालना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि आंगनवाड़ी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर ४ दिसंबर २०२३ से २५ जनवरी २०२४ तक ५२ दिनों की राज्यव्यापी हड़ताल की थी। इसमें उन्होंने आशा कर्मचारियों की तुलना में अधिक मानधन वृद्धि का सरकारी निर्णय जल्द से जल्द लिया जाना चाहिए। उन्हें कानूनी रूप से ग्रेच्युटी दी जानी चाहिए। पहले की चर्चा में सहमति के अनुसार, उन्हें मासिक पेंशन योजना लागू की जानी चाहिए, जैसी मांगे की गई थीं। हालांकि, हड़ताल के दौरान महिला व बाल विकास मंत्री ने लिखित आश्वासन दिया था कि पहले आशा सेविकाओं के मानधन में वृद्धि की जाएगी। उसके बाद आंगनवाड़ी सेविकाओं के मानधन को भी बढ़ाया जाएगा। फिलहाल, घाती सरकार ने १४ मार्च २०२४ को आशा सेविकाओं के मानधन में ५,००० रुपए प्रतिमाह की वृद्धि का निर्णय लिया है।

कल से हड़ताल पर
सरपंच और ग्रामसेवक
सरकार ग्राम पंचायत संबंधी विभिन्न मांगों की अनदेखी कर रही है। इससे नाराज अपनी मांगों को लेकर ग्राम पंचायत कर्मचारी १६ अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में सरपंच, उपसरपंच, ग्राम पंचायत सदस्य, ग्रामसेवक, ग्राम पंचायत कर्मचारी, कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल हैं। इस बीच २८ अगस्त तक मांगें नहीं मानी जाने पर मुंबई के आजाद मैदान में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस तरह की जानकारी अखिल भारतीय सरपंच परिषद के अध्यक्ष जयंत पाटील ने दिया है।

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