सामना संवाददाता / मुंबई
सरकार के पास आदमी के मरने पर पांच लाख रुपए मुआवजा देने के लिए पैसे हैं, लेकिन उसे बचाने के लिए पैसे नहीं हैं। इन शब्दों में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक नाना पटोले ने कहा कि मजदूरों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की अनदेखी कर रही सरकार को सबक सिखाना ही होगा, वहीं उन्होंने कहा कि ठेका मजदूरी प्रथा खत्म करो। केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत चार नए लेबर कोड को वापस लिया जाए, न्यूनतम वेतन कानून लागू किया जाए। इन प्रमुख मांगों को लेकर लेबर यूनियन एक्शन कमेटी-महाराष्ट्र की ओर से पिंपरी-चिंचवड़-पुणे में आचार्य अत्रे सभागार में विरोध सभा आयोजित की गई थी।
सचिन अहीर ने दिया अपना समर्थन
मजदूर नेता और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) उपनेता सचिन अहीर, जो पार्टी के काम में व्यस्त होने के कारण इस सभा में नहीं आ सके, ने फोन पर श्रमिकों के संघर्ष के पीछे मजबूती से खड़े रहने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है।
२३ को निकाला जाएगा मोर्चा
इस सभा में सर्वसम्मति से २३ अगस्त को दोपहर २ बजे बांद्रा, बीकेसी स्थित श्रम कार्यालय तक श्रमिकों का एक विशाल मोर्चा निकालने का निर्णय लिया गया। पुणे में विरोध सभा में १२ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों इंटक, आईटीएके, सीटू, एचएमएस, भारतीय कामगार सेना आदि ट्रेड यूनियनों की राज्य शाखाओं के साथ-साथ बैंक, जीवन बीमा, शिक्षक, गैर-शिक्षण कर्मचारी, आंगनवाड़ी आदि संगठनों ने भाग लिया।