मुख्यपृष्ठनए समाचारवसई-विरार शहर महानगरपालिका के स्वास्थ विभाग ने मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण से...

वसई-विरार शहर महानगरपालिका के स्वास्थ विभाग ने मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण से बचने के लिए दिया सुझाव

राधेश्याम सिंह / वसई

वर्तमान विश्व में विभिन्न देशों में मंकीपॉक्स वायरस रोग का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। स्वीडन और पाकिस्तान दो देशों में मंकीपॉक्स से संक्रमित मरीज पाए गए हैं। मंकीपॉक्स एक डीएनए प्रकार के वायरस ऑर्थोपॉक्स के कारण होने वाली बीमारी है। यह वायरस कृन्तकों और चूहों की कुछ प्रजातियों में पाया जाता है। ये जानवर इस वायरस का प्राकृतिक स्रोत हैं। इस बीमारी की अवधि 6 से 13 दिन है। फिलहाल, यह 5 से 21 दिन तक भी हो सकती है।
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
प्रत्यक्ष शारीरिक संपर्क, शरीर के तरल पदार्थ, यौन संपर्क या घावों, घावों से स्राव। संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किए गए कपड़ों के माध्यम से अप्रत्यक्ष संपर्क। किसी संक्रमित व्यक्ति के बहुत लंबे समय तक संपर्क में रहने पर श्वसन पथ से बड़ी बूंदें।
मंकीपॉक्स रोग के लक्षण
आमतौर पर मंकीपॉक्स एक हल्की बीमारी है और रोगी 2 से 4 सप्ताह में ठीक हो जाता है।
बुखार आना, लिम्फ नोड्स की सूजन (कान के पीछे अक्षीय स्थान में लिम्फ ग्रंथियों की सूजन), सिरदर्द, शरीर में दर्द, ठंड लगना, पसीना आना, गले में खराश और खांसी।
मंकीपॉक्स से बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियां
मंकीपॉक्स से बचाव के लिए जन जागरूकता जरूरी है। मंकीपॉक्स के प्रसार को रोकने के लिए ध्यान रखा जाना चाहिए। संदिग्ध मंकीपॉक्स रोगी का समय पर दूरी बनाना, रोगी के कपड़ों या बिस्तर के संपर्क से बचें।
हाथ साफ रखना
स्वास्थ्य सुविधाओं में मंकीपॉक्स रोगियों के इलाज के दौरान पीपीई किट का उपयोग।
किसी भी समान लक्षण होने पर नजदीकी अस्पताल या नागरिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

अन्य समाचार