सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले कई दिनों से नीट परीक्षा को लेकर हंगामा मचा हुआ है। पूर्वी दिल्ली से होते हुए गुजरात, बिहार और महाराष्ट्र के लातूर तक पहुंची नीट की आग की आंच देश की आर्थिक राजधानी मुंबई तक पहुंच गई है। सूत्रों के मुताबिक, मुंबई के साकीनाका स्थित नीट परीक्षा की तैयारी करानेवाली एक कोचिंग सेंटर चालक के अचानक रातों-रात फरार होने से संदेह और बढ़ गया है। कंपनी में ताला लगाकर मालिक के फरार होने से कर्मचारियों में संदेह बढ़ने के साथ ही उनमें भारी नाराजगी व्याप्त है।
मुंबई के साकीनाका इलाके में कोचिंग चलाने वाले शख्स ने अचानक अपने स्टाफ को छुट्टी दे दी। इसके बाद दूसरे दिन जब स्टाफ ऑफिस पहुंचा तो सेंटर का मालिक फरार था। बता दें कि अद्वया विद्या प्रवेश मार्गदर्शक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में ६० से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। ऑफिस के ४० से ज्यादा कंप्यूटर और लैपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी दफ्तर में नहीं हैं। स्टाफ का कहना है कि सेंटर के मालिक ने अपना नाम आदित्य देशमुख बताया था। अब स्टाफ को संदेह है कि आदित्य देशमुख असली नाम है या नहीं। यहां के कर्मचारियों को मासिक वेतन नहीं मिला है। इतना ही नहीं, बिना कोई कारण बताए कंपनी बंद करने पर कर्मचारी अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और जांच की मांग भी कर रहे हैं।
पुलिस कर रही जांच
बताया गया है कि उसने साकीनाका के एयरोसिटी में दो बड़े दफ्तर खोल रखे थे। मुंबई पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इस केस का नीट धांधली मामले से कोई संबंध है या नहीं। पुलिस पता लगा रही है कि क्या कर्ज में डूबे काउंसलिंग सेंटर का मालिक पैसे की वजह से लापता है या महाराष्ट्र के लातूर नीट पेपर लीक केस की जांच सीबीआई को सौंपने के बाद से फरार शख्स का कोई संबंध है।