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दि मणिपुर फाइल्स : देश के लिए लड़ने वाले फुटबॉलर का घर भी फूंका!

कारगिल योद्धा के बाद खेल योद्धा का दर्द आया सामने
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
‘दि मणिपुर फाइल्स’ की परतें एक-एक कर खुल रही हैं। देश के लिए युद्ध लड़ चुके कारगिल योद्धा की पत्नी के साथ हैवानियत के बाद अब एक फुटबॉल खिलाड़ी का दर्द सामने आया है। देश के लिए खेलने वाले इस फुटबॉलर का घर भी मणिपुर के दंगों में फूंक दिया गया।
बता दें कि मणिपुर पिछले तीन महीने से सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल रहा है। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच के संघर्ष ने कई जिंदगियां तबाह कर दी हैं। १५० से ज्यादा लोगों की जान चली गई और हजारों लोग घायल हो गए। हिंदुस्थानी फुटबॉलर चिंगलेनसाना सिंह को भी इस हिंसा का सामना करना पड़ा है। हिंसा में उनका घर जला दिया गया। चिंगलेनसाना का परिवार मणिपुर के चूराचांदपुर जिले के खुमुजामा लेकी गांव में रहता है। हिंसा में चिंगलेनसाना का गांव और घर नष्ट हो गया। जब दंगाइयों ने उनके घर पर हमला किया तो चिंगलेनसाना का परिवार किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहा। जब यह घटना हुई तब चिंगलेनसाना केरल के कोझिकोड में हैदराबाद एफसी टीम के साथ थे। चूराचांदपुर में उनके बनाए फुटबॉल टर्फ को भी दंगाइयों ने नष्ट कर दिया।
‘दिल दहला देनेवाली हिंसा!’
चिंगलेनसाना ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा, ‘मणिपुर में हिंसा दिल दहला देने वाली है। मेरा घर जला दिया गया। नुकसान उस टर्फ को हुआ जो युवा खिलाड़ियों को मंच प्रदान करने के लिए बनाया गया था। मेरा सपना छीन लिया गया। सौभाग्य से मेरा परिवार हिंसा से बच गया।’ हिंसा की खबर सामने आते ही चिंगलेनसाना ने अपने परिवार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उसके बाद पता चला कि उनका गांव और घर तबाह हो गया। सहायता केंद्रों से संपर्क करने पर उन्हें अपने परिवार के बारे में जानकारी मिली। चिंगलेनसाना ने बताया, ‘जब मैं अपनी मां से फोन पर बात कर रहा था तो पीछे से गोली चलने की आवाज आई।’ इस भयानक अनुभव के बावजूद चिंगलेनसाना ने हिम्मत नहीं हारी और दोबारा खड़ा होने के लिए तैयार हैं।

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