मुख्यपृष्ठनए समाचारईडी सरकार में मंत्रालय बना भ्रष्टाचार का अड्डा- कांग्रेस का दावा

ईडी सरकार में मंत्रालय बना भ्रष्टाचार का अड्डा- कांग्रेस का दावा

सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार में प्रचंड भ्रष्टाचार का बोलबाला है। मंत्रालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। कर्नाटक में भाजपा की ४० प्रतिशत कमीशन वाली सरकार थी। राज्य की ईडी सरकार में उससे अधिक भ्रष्टाचार है। जनता के महत्वपूर्ण सवालों को नजरअंदाज किया जा रहा है। केवल बड़े-बड़े इवेंट करके प्रतिमा निर्माण करने का प्रयत्न ईडी सरकार कर रही है, ऐसी जोरदार टिप्पणी विधानसभा कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने ईडी सरकार पर की है।
तिलक भवन में कल मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि ईडी सरकार राज्य की जनता की समस्याओं को दूर करने में पूरी तरह से विफल रही है। किसानों को उनके माल का भाव नहीं मिल पा रहा है। किसान सब्जियां सड़क पर फेंकने को मजबूर हैं। बेमौसम बारिश से हुई किसानों की नुकसान भरपाई करने की घोषणा सरकार ने विधानसभा में की थी। अब तक मदद नहीं मिली। प्याज उत्पादक किसान बर्बाद हो गए हैं। प्याज उत्पादक किसानों को मदद घोषित की जाती है, लेकिन शर्तें इतनी लाद दी जाती हैं कि किसानों को मदद नहीं मिल पाती है। किसान कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं, जिसके कारण किसानों की आत्महत्याएं बढ़ रही हैं।
जनता महंगाई से बेहाल है, बेरोजगारी बढ़ रही है और शिंदे सरकार बड़े-बड़े आयोजनों में मस्त है। ईडी सरकार में लोगों को केवल झूठी घोषणाएं मिल रही हैं। यही ईडी सरकार की वस्तुस्थिति है, ऐसे शब्दों में थोरात ने सरकार पर हमला बोला।
कहां गया दुर्घटना रोकने वाला सुरक्षा कवच
ओडिशा के बालासोर बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ ट्रेन हादसा सदी का सबसे बड़ा हादसा है। इस हादसे में मौत का आंकड़ा देखकर देश सन्न रह गया। हादसे में कोई मौत नहीं होगी, ऐसी अपेक्षा है। दुर्घटना को रोकने के लिए सुरक्षा कवच का प्रचार-प्रसार जोर-शोर से किया गया। वह सुरक्षा कवच कहां गया? इसकी जवाबदारी किसकी है? ऐसा सवाल थोरात ने किया। इसके साथ ही ओडिसा दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए रेलमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए, ऐसी मांग भी थोरात ने की।
१९५६ में हुई रेल दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्कालीन रेलमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने इस्तीफा दे दिया था। ओडिशा में बड़ी रेल दुर्घटना हुई है, जनहानि भी बड़ी हुई है, इसकी जवाबदारी लेते हुए रेलमंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए, ऐसा थोरात ने कहा। भाजपा को पराजित करना एकमात्र उद्देश्य
महाविकास आघाड़ी का एकमात्र उद्देश्य भाजपा को पराजित करना है। ईडी सरकार को लेकर आम जनता में प्रचंड नाराजगी है। भाजपा की द्वेषपूर्ण राजनीति के कारण जनता परेशान हो चुकी है। महाविकास आघाड़ी एकसाथ लड़कर लोकसभा की चालीस सीट जीत रही है, ऐसा दृश्य दिखाई दे रहा है। आगामी चुनावों में महंगाई, बेरोजगारी, किसान, मेहनतकश की समस्याओं सहित स्थानीय समस्याएं चुनावी मुद्दे होंगी, ऐसा थोरात ने कहा।

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