- भावाभिभूत हुए अफसर
- प्रबुद्धजनों ने की ‘श्रीअरविंद व राष्ट्रीयता’ पर गहन चर्चा
विक्रम सिंह, सुलतानपुर
यूपी की कुशनगरी (सुलतानपुर) वो सरजमीं है, जहां महान देशभक्त, क्रांतिकारी, युगदृष्टा आध्यात्मिक चिंतक, दार्शनिक व साधक श्रीअरविंद के पवित्र देहांश संरक्षित हैं। करीब १५ वर्ष पूर्व पांडिचेरी स्थित आश्रम से लाकर महर्षि अरविंद के देहांश को उनके अनुयायियों ने लाकर यहां प्रतिष्ठापित किया था। गुरुवार को इसी प्रतिष्ठापना की वार्षिकी मनाई गई। जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के प्रबुद्धजनों के साथ-साथ शासन-प्रशासन के शीर्षस्थ आला अफसरों की सहभागिता उल्लेखनीय रही।
सुलतानपुर शहर के बढैय्याबीर स्थित श्री अरविंद दिव्य देहांश स्थली पर प्रबुद्धजनों का बड़ा जमघट लगा। देहांश स्थापना के १५ साल होने पर अरविंद सोसायटी ने `श्रीअरविंद के आलोक में राष्ट्रीयता’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया। सोसायटी की राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य डाक्टर जेपी सिंह व अध्यक्ष बजरंग बहादुर सिंह के संयोजन में संगोष्ठी के दौरान बतौर मुख्य अतिथि मौजूद वरिष्ठ आईएएस अफसर केंद्र सरकार के अतिरिक्त सचिव (भूतल परिवहन) अमित घोष, जिलाधिकारी आईएएस जसमीत कौर, सेवानिवृत्त आईएएस अनिल कुमार सिंह व एसडीएम विदुषी सिंह भावाभिभूत हो उठे। सभी ने महर्षि अरविंद के प्रखर व ऊर्जावान बहुआयामी व्यक्तित्व पर विशद चर्चा की।
विदित हो कि संप्रति महर्षि अरविंद की १५०वीं जयंती भी मनाई जा रही है। केंद्रीय सरकार के विशेष सचिव डॉ घोष ने कहा अरविंद भारत के मूल दर्शन से जुड़े रहे। वे बहुत आगे की सोचते थे। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा मैं इस स्थली पर सकारात्मक ऊर्जस्वित महसूस कर रही हूं। कौशाम्बी के डीएम रह चुके पूर्व आईएएस अफसर अनिल कुमार सिंह ने कहा कि अरविंद दर्शन हमारी आध्यात्मिक समृद्धि का सूचक है। वे युगदृष्टा थे। जो प्रकाशपुंज ऋषि-मुनियों से मिला वही हमें आज जिंदा किए हुए हैं। मेदांता हॉस्पिटल के समन्वयक डॉ एसके सिंह, आरएसएस के जिला प्रमुख डॉ.एके सिंह व मेजबान डॉ. जेपी सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। डॉ. प्रीति प्रकाश ने संगोष्ठी का संचालन किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीअरविंद सोसाइटी के जिला सचिव एसपी सिंह, आईएमए के पूर्व अध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह, डॉ. वीबी सिंह, डॉ.एएन सिंह,राज किशोर सिंह आदि मौजूद रहे।