एक बार फिर से सुरक्षा को लेकर यूपी प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली। दरअसल, उत्तर प्रदेश के मेरठ में पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के छठे दिन शुक्रवार को भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। कथा स्थल पर करीब एक लाख लोग मौजूद थे। जैसे ही कथा शुरू हुई, लोग जल्दबाजी में अंदर जाने लगे। बाउंसर्स ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एंट्री रोकनी शुरू की। इसी दौरान धक्का-मुक्की बढ़ गई और भगदड़ का माहौल बन गया। कई महिलाएं और बुजुर्ग इस भगदड़ में दब गए। हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन भगदड़ के माहौल ने लोगों को कई घंटों तक दहशत में डाले रखा। हाथरस हादसे के बाद इस बार भी भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के इंतजाम सवालों के घेरे में आ गए हैं। आयोजकों और प्रशासन की लापरवाही को लेकर स्थानीय लोगों में गुस्सा देखने को मिला।
बता दें कि कथा स्थल पर रोजाना डेढ़ लाख श्रद्धालु पहुंच रहे थे। शुक्रवार को वीआाईपी एंट्री के कारण अव्यवस्था बढ़ गई। मुख्य यजमान और भीड़ एक ही रास्ते से गुजर रहे थे। इस दौरान महिलाओं को बाउंसर्स ने अंदर जाने से रोक दिया। पीछे से भीड़ का दबाव बढ़ने पर लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। करीब १५-२० महिलाएं जमीन पर गिर गर्इं, जिससे भगदड़ और तेज हो गई। शुक्रवार को भगदड़ की घटनाएं दो बार हुर्इं। पहली घटना सुबह ९:३० बजे वीआईपी पास के लिए जुटी भीड़ के दौरान हुई। दूसरी बार दोपहर १ बजे भगदड़ मची, जब कथा स्थल पर एंट्री के लिए लोग धक्का-मुक्की करने लगे। सुरक्षा इंतजामों के बावजूद पुलिस और प्रशासन इस स्थिति को संभालने में विफल रहे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सुरक्षा के भारी इंतजाम नाकाफी साबित हुए।
जुलाई में हाथरस में हुई थी भगदड़ की घटना
मेरठ की इस घटना ने २ जुलाई को हाथरस के सिकंद्राराऊ में हुई भगदड़ की यादें ताजा कर दीं। उस हादसे में १२३ लोगों की मौत हुई थी और १५० से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
कब-कब हुए हादसे :
-१ जनवरी, २०२२ : जम्मू और कश्मीर के माता वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ में १२ लोगों की मौत हो गई थी।
-१४ जुलाई, २०१५: आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में पुष्करम त्योहार के दौरान गोदावरी नदी में हजारों लोग पहुंचे थे। लेकिन घाट पर मची भगदड़ में २७ लोगों की मौत हो गई थी।
-३ अक्टूबर, २०१४: पटना के गांधी मैदान में दशहरा उत्सव मनाए जाने के ठीक बाद मची भगदड़ में ३२ लोगों की मौत हो गई थी और २६ अन्य घायल हुए थे।
-१३ अक्टूबर, २०१३ : मध्य प्रदेश के दतिया जिले में रत्नागिरी मंदिर में नवरात्रि के दौरान उत्सव चल रहा था। इस बीच वहां जमा श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई।