सामना संवाददाता / मुंबई
देश में लोकसभा चुनाव चल रहा है। इस बीच देश में एक अलग विचारधारा उभर कर सामने आई है। देश की सत्ता उन लोगों के हाथ में है, जिनका स्वतंत्रता आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं था। उनका नाम नरेंद्र मोदी है। इस तरह का हमला सांगली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने किया।
सांगली लोकसभा क्षेत्र से महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार डबल महाराष्ट्र केसरी चंद्रहार पाटील के प्रचारार्थ आयोजित एक सभा में शरद पवार बोल रहे थे। इस सभा में शरद पवार के साथ ही शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत, जयंत पाटील, रोहित आर.आर. पाटील, सुमनताई पाटील आदि नेता उपस्थित थे। इस बीच राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी के पक्ष में माहौल है। इसी के साथ ही मविआ एकजुटता के साथ काम कर रही है। दूसरी तरफ भाजपा और उनके मित्र दलों के प्रति जनता में भारी नाराजगी है।
शरद पवार ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन में प्रधानमंत्री पद पर अभी तक किसी तरह की भी चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद हमें बहुमत मिलता है तो सभी की राय से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार तय किया जाएगा। उसे पूरे पांच सालों तक समर्थन दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि देश के किसान मोदी सरकार से नाराज हैं। चुनाव के दो चरण पूरे हो गए हैं। मुझे विश्वास है कि शेष चरणों के मतदान में भी महाराष्ट्र का चित्र बदला हुआ दिखाई देगा।
पांच चरणों में चुनाव क्यों?
शरद पवार ने सवाल पूछा कि महाराष्ट्र में पांच चरणों में चुनाव कराने की क्या वजह है? उन्होंने कहा कि यदि आप तमिलनाडु, मध्य प्रदेश को एक चरण में ले सकते हैं, तो महाराष्ट्र में पांच चरण क्यों? इसका अर्थ स्पष्ट है। शासक चिंतित नजर आ रहे हैं। पवार ने कहा कि इस बात का ख्याल रखा गया है कि मोदी बार-बार राज्य में आएं। इसलिए हम देखते हैं कि मोदी हर हफ्ते महाराष्ट्र में होते हैं। ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र में जानबूझकर पांच चरणों में चुनाव कराया गया है, ताकि उन्हें ज्यादा जगहों पर जाने का मौका मिल सके।