मुख्यपृष्ठनए समाचार‘धरती के भगवान' की हैवानियत! ...लावारिस मरीज को निर्जन स्थान पर छोड़ा

‘धरती के भगवान’ की हैवानियत! …लावारिस मरीज को निर्जन स्थान पर छोड़ा

-पुणे के ससून अस्पताल का मामला 
-वरिष्ठों पर कार्रवाई की हुई मांग
सामना संवाददाता / मुंबई
पुणे के ससून अस्पताल में ‘धरती के भगवान’ कहे जाने वाले डॉक्टरों ने मानवता की सारी हदें पार कर दीं। कुछ दिन पहले अस्पताल में आए एक लावारिस मरीज को डॉक्टरों ने इलाज करने की बजाय उसे निर्जन स्थान पर ले जाकर छोड़ दिया। इस मामले का खुलासा होने के बाद काफी हंगामा हुआ, जिसके बाद संबंधित डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, अस्पताल में हुए इस कारनामे के बाद अब वरिष्ठ डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग जोर पकड़ने लगी है। साथ ही व्हील चेयर अनशन शुरू कर दिया गया।
डीन के खिलाफ हो मामला दर्ज
बीते दिनों पुणे के ससून अस्पताल में एक लावारिस मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचा था, जिसका उपचार करने की बजाय डॉक्टरों ने उसे निर्जन स्थान पर लेकर छोड़ दिया। मामले का पर्दाफाश होने के बाद पुणे के येरवडा पुलिस स्टेशन में ससून अस्पताल के डॉक्टरों और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। लेकिन इस मामले में मांग होने लगी है कि अधीक्षक यालप्पा जाधव और डीन एकनाथ पवार के खिलाफ भी हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। इस मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से अस्पताल में व्हील चेयर अनशन शुरू किया गया।
डॉक्टर का लाइसेंस हो रद्द
लावारिस रोगी अस्पताल को बाहर छोड़े जाने के मामले में एक डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। आरोप लगाया गया है कि नाम के लिए यह कार्रवाई की गई है। मामले में जांच समिति नियुक्त की गई थी, लेकिन आगे क्या हुआ इसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। मांग की गई कि वरिष्ठ डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई तो होनी ही चाहिए, साथ ही संबंधित डॉक्टर का लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द कर दिया जाना चाहिए।

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