-नौ मिनट में वरली तक का सफर पहले लगते थे ४० मिनट
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबईकरों के सफर को तेज करनेवाली महत्वाकांक्षी कोस्टल रोड परियोजना की दूसरी सुरंग भी कल से सेवा में शामिल कर ली गई। इसके शुरू होने से अब कोस्टल रोड पर मरीन ड्राइव से वरली तक का सफर केवल नौ मिनट में पूरा करना संभव हो गया है। अभी तक वरली तक पहुंचने में ४० मिनट लगते थे। यह मार्ग वाहन चालकों के लिए सप्ताह में पांच दिन यानी सोमवार से शुक्रवार तक सुबह सात से रात ११ बजे तक खुला रहेगा, जबकि शेष अवधि में कोस्टल रोड के बचे हुए १० प्रतिशत कामों को पूरा किया जाएगा।
शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा संकल्पित और मनपा के माध्यम से बनाए गए ‘धर्मवीर स्वराज्य-रक्षक छत्रपति संभाजी महाराज’ कोस्टल रोड का काम वर्तमान में अपने अंतिम चरण में है। इसका करीब ९० प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस परियोजना में प्रिंसेस स्ट्रीट फ्लाईओवर से वरली सी लिंक तक १०.५८ किमी लंबे कोस्टल रोड का निर्माण किया गया है। यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान रखा गया है कि मुंबई की शान ‘रानी का हार’ को कोस्टल रोड के काम में कोई नुकसान न हो। इसके लिए सड़क निर्माण में जमीन से ७० मीटर नीचे २.०७२ किलोमीटर की दो विशाल सुरंगें खोदी गई हैं। इनमें से वरली से मरीन ड्राइव तक की नौ किमी का एक सुरंग १२ मार्च को शुरू की गई थी। इसके बाद मरीन ड्राइव से हाजी अली तक की ६.२५ किलोमीटर की दूसरी सुरंग को कल से शुरू कर दिया गया। कल मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्रियों के निरीक्षण के बाद इस सड़क को यातायात के लिए खोल दिया गया।
मरीन ड्राइव से बांद्रा १२ मिनट में
१०.५८ किमी लंबे कोस्टल रोड और ४.५ किमी लंबे बांद्रा-वर्ली समुद्री लिंक को जोड़ने वाले दोनों विशाल गर्डर स्थापित किए जा चुके हैं इसलिए जल्द ही बांद्रा से दक्षिण मुंबई तक आधे घंटे का सफर महज १२ मिनट में संभव हो सकेगा। इससे दक्षिण मुंबई, पश्चिमी एक्सप्रेसवे पर यातायात की भीड़ कम हो जाएगी। इस परियोजना से ७० प्रतिशत समय और ३४ प्रतिशत ईंधन की बचत होगी।
दो किमी की विशाल सुरंगें
‘मावला’ टनल बोरिंग मशीन से २.०७२ किलोमीटर लंबी सुरंगें खोदी गई हैं, जिनकी ऊंचाई चार मंजिला इमारत जितनी है। सुरंग बनाने का पहला चरण १० जनवरी २०२२ को पूरा हुआ, जबकि दूसरी सुरंग का काम ९ अप्रैल २०२२ को शुरू हुआ। दूसरी सुरंग बनाने के काम को ‘मावला’ ने ३० मई २०२३ को फतह कर लिया था। हैंगिंग गार्डन से शुरू होने वाली सुरंग ७० मीटर भूमिगत और आगे २० मीटर भूमिगत है।
ट्रैफिक जाम से मिलेगी निजात
नई सुरंग के सेवा में आने से अमरसंस उद्यान और हाजी अली में इंटरचेंज का उपयोग करना संभव होगा। इन इंटरचेंजों तक पहुंचने या उतरने से विभिन्न हिस्सों में आवाजाही में सुविधा होगी। मुख्य रूप से बैरिस्टर रजनी पटेल चौक (लोटस जेट्टी) से आगे वरली, बांद्रा की ओर से, जबकि वत्सलाबाई देसाई चौक (हाजी अली) से आगे ताड़देव, महालक्ष्मी, पेडर रोड की ओर यातायात आसान होगा। अगले चरण में उत्तर दिशा में यात्रा को आसान बनाने के लिए बिंदु माधव ठाकरे चौक तक कोस्टल रोड को १० जुलाई तक खोलने की योजना है और उस दिशा में काम चल रहा है। इस प्रोजेक्ट का निर्माण करीब १४ हजार करोड़ की लागत से किया गया है।