-पानी का मोटर हुआ चोरी
-पांच माह में गिरा मुख्य दरवाजा
अनिल मिश्रा / उल्हासनगर
उल्हासनगर मनपा की तरफ से बनाया गया सिंधु भवन का उद्घाटन १० मार्च, २०२४ को किया गया था। इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण, सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे, आयुक्त अजीज शेख, विधायक डॉ. बालाजी किणीकर, अतिरिक्त आयुक्त जमीर लेंगरेकर और शहर के विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी उपस्थित थे। मनपा द्वारा कोई सुरक्षा रक्षक न रखे जाने के कारण और लोकसभा चुनाव को देखते हुए किए गए भवन के उद्घाटन को अभी पांच महीना भी पूरा नहीं हुआ और भवन का पानी का मोटर चोरी हो गया। यहां तक कि भवन का मुख्य गेट तक टूट कर गिर गया। संभावना जताई जा रही है कि सुरक्षा रक्षक न होने के कारण निकट भविष्य में भवन को भारी नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
उल्हासनगर कैंप नंबर-३ में सपना गार्डन के पास सिंधु भवन का निर्माण नगरसेवक और विधायक फंड द्वारा किया गया था। भवन बनाने में आई लागत ४.६१ करोड़ रुपए है। चार वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भवन के कार्य को पूरा कर लिया गया। सिंधु भवन का निर्माण ग्राउंड प्लस दो मंजिला किया गया। दूसरी मंजिल पर ३०० सीटों वाला सभागार है। इस स्थान पर विभिन्न नाटकों के प्रयोग और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ग्राउंड हॉल एवं प्रथम तल पर ३७० वर्ग मीटर का भव्य हॉल है। इस स्थान का उपयोग स्थानीय नागरिकों द्वारा विभिन्न धार्मिक आयोजनों, शादियों, पगड़ी, बैठकों और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों के लिए किया जाएगा। सिंधु भवन के उद्घाटन को पांच महीने भी नहीं हुए और भवन का सत्यानाश हो रहा है। भवन का मुख्य गेट जहां टूटकर गिर गया है, वहीं पानी का मोटर चोरी हो गया है। सुरक्षा रक्षक न होने से भवन में कभी भी भारी नुकसान हो सकता है, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता। खैर, उल्हासनगर मनपा के मालमत्ता विभाग प्रमुख अलका पवार से इस बाबत जानकारी लेनी चाही, परंतु उनसे कोई जानकारी नहीं मिल सकी।