सामना संवाददाता / मुंबई
सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में सरकार को अपनी गलती समझ में आ गई है। विपक्ष के हंगामे के बाद राज्य सरकार को अपनी गलती समझ आई है। इस मामले में उपमुख्मंत्री अजीत पवार ने माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि दो-तीन दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिर गया। ये बहुत निंदनीय है। इसमें जो भी अपराधी है, उसको इसकी सजा मिलेगी। मैं इस महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री महाराष्ट्र की १३ करोड़ जनता से इस के लिए क्षमा मांगता हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के अराध्य देव हैं। अजीत पवार ने कहा कि दो-तीन दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिर गई थी। इस संदर्भ में जांच की जाएगी। इस वक्त अखबारों में यह खबर आ रही है कि इसने किया, उसने किया लेकिन जिसने भी किया, जो भी किया, सबकी जांच की जाएगी और इस बारे में मैं राज्य के उपमुख्यमंत्री के तौर पर महाराष्ट्र की १३ करोड़ जनता से माफी मांगता हूं। सिंधुदुर्ग की मालवण तहसील में राजकोट किले में १७वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक की ३५ फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार को दोपहर करीब १:०० बजे ढह गई थी। पिछले साल ४ दिसंबर को इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। इस घटना के बाद से राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है।