जौनपुर। मुंबई से शादी विवाह में शामिल होने अपने गांव आए लोग विवाह का सीजन और छुट्टी समाप्त होने के बाद अब मुंबई की ओर वापसी कर रहे हैं। ऐसे में जो पहले से टिकट बुक करा लिए हैं, उनके लिए सफर कुछ आसान है, लेकिन जो लोग टिकट नहीं बुक कराए हैं ,उनका सफर किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं है। २४ घंटे आरक्षण केंद्र पर नंबर लगाने के बाद भी टिकट नहीं मिल पा रहा है। गोदान एक्सप्रेस में २७ जून तक नो रूम हो गया है। वहीं बांद्रा गाजीपुर एक्सप्रेस में भी नो रूम है। सभी लंबी दूरी के ट्रेनों में अगस्त तक की सीटें फुल है। शादी-विवाह का सीजन होने और स्कूल कॉलेज बंद होने पर मुंबई समेत अन्य महानगरों से बड़ी संख्या में लोग अपने गांव आए थे। अब लोग अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। ऐसे में सुबह से लेकर शाम तक लोग आरक्षण काउंटर पर टिकट के लिए लाइन लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लग रही है। दिल्ली, मुंबई समेत अन्य महानगरों की ओर जाने वाली अधिकतर ट्रेनों में सीटें फुल हैं। स्लीपर से लेकर वातानुकूलित कोचों में भी एक-एक सीट हासिल करने के लिए लोगों को जद्दोजहद करनी पड़ रही है। तत्काल टिकट पलक झपकते ही सीट फुल दिखने लग रहा है। लोग कई दिन लगातार लाइन लगाकर वापस लौट जा रहे हैं। मुंबई जाने वाली गोदान एक्सप्रेस, बांद्रा गाजीपुर एक्सप्रेस में नो रूम है। वाराणसी से मुंबई जाने वाली महानगरी एक्सप्रेस में ४०३ वेटिंग है। दिल्ली जाने वाली सुहेलदेव में नो रूम है। श्रमजीवी में ३६० वेटिंग है। आरक्षण पर्यवेक्षक सुनील कुमार मिश्रा ने बताया है कि जौनपुर जंक्शन से करीब ३४ जोड़ी ट्रेनें चलती हैं। मुंबई, दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में सीटें फुल हैं, जुलाई अंतिम सप्ताह में कुछ ट्रेनों में कन्फर्म टिकट है। इन दिनों शादी-विवाह व गर्मी की छुट्टी में आए लोग जाने के लिए ट्रेनों में आरक्षण के लिए परेशान हैं।