मुख्यपृष्ठस्तंभगुजरात मॉडल का सच आया सामने... कमीशन दो, ठेका लो!

गुजरात मॉडल का सच आया सामने… कमीशन दो, ठेका लो!

-भाजपा विधायक ने ही उठा दिया सच्चाई से पर्दा

देश में इस समय इलेक्टोरल बॉन्ड के भ्रष्टाचार का मामला गूंज रहा है। भाजपा पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दबाव देकर कंपनियों से चंदा उगाहने के आरोप लग रहे हैं। इसी बीच भाजपा के गुजरात मॉडल का एक सच बाहर आ गया है। गुजरात के एक भाजपा विधायक ने खुलेआम इस बात की घोषणा कर दी कि कमीशन दो, ठेका लो। गुजरात के जलालपुर से भाजपा के विधायक रमेशभाई छोटूभाई पटेल के एक बयान से खुलासा हुआ है कि भाजपा तंत्र के भीतर ‘२ प्रतिशत’ कमीशन प्रणाली मौजूद है।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार (१२ मार्च) को नवसारी जिले के विजलपोर इलाके में एक झील सौंदर्यीकरण परियोजना पर चर्चा से संबंधित एक सार्वजनिक मंच पर, भाजपा विधायक के एक बयान ने पार्टी में भ्रष्टाचार मौजूद होने की पुष्टि की। उन्होंने सरकारी ठेकेदारों को हिदायत दी कि ‘भाजपाई व्यवस्था के भीतर आवश्यक २ प्रतिशत कमीशन के अलावा किसी को पैसा न दें।’ रिपोर्ट के अनुसार, पटेल ने ठेकेदारों से कहा कि झील सौंदर्यीकरण परियोजना के लिए स्वीकृत ४ करोड़ रुपए लोगों के बीच नहीं बांटे जाने चाहिए, साथ ही कहा कि ‘निर्धारित २ प्रतिशत से अधिक कोई भी अंशदान अस्वीकार्य है।’ पटेल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा कि भाजपा खुलेआम भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पहले भाजपा के भ्रष्ट कार्यों को ‘छिपाया’ जाता था लेकिन अब इसके नेताओं द्वारा उन्हें ‘खुलेआम स्वीकारा’ जाता है। इस मुद्दे पर गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता हीरेन बैंकर के हवाले से अखबार ने लिखा, ‘भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने एक बार कहा था कि भाजपा कार्यकर्ता ठेकेदार बन गए हैं, यह दर्शाता है कि वे कमीशन में अधिक रुचि रखते हैं।’ गौरतलब है कि भ्रष्टाचार से लड़ने और सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए सौ से अधिक देशों में काम करने वाले संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (टीआई) के भ्रष्टाचार सूचकांक (सीपीआई) के अनुसार, हिंदुस्थान भ्रष्टाचार के मामले में २०२२ में ८५वें स्थान से उछलकर २०२३ में ९३वें स्थान पर आ गया है।

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