श्रीकिशोर शाही
आज १३ मई को चौथे चरण की वोटिंग है। चुनाव अब काफी हॉट मोड में प्रवेश कर गया है। रोज कोई न कोई ट्विस्ट एंड टर्न देखने को मिल रहा है। जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल काफी आक्रामक हो उठे हैं और सीधा केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोल दिया है। केजरीवाल से झारखंड में भी सहानुभूति देखी जा रही है। सुनीता केजरीवाल रांची आकर जो गईं। अब झारखंड की जिन चार सीटों पर आज मतदान होने वाला है, उनमें से खूंटी, सिंहभूम व पलामू में एनडीए और `इंडिया’ के प्रत्याशियों के बीच सीधी टक्कर है। चौथे चरण में सबसे हैवीवेट प्रत्याशी अर्जुन मुंडा हैं, जो केंद्र सरकार में कृषि और जनजातीय मामलों के मंत्री हैं। खूंटी सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस के कालीचरण मुंडा से है। २०१९ में कड़िया मुंडा के रिटायरमेंट के बाद भाजपा ने अर्जुन मुंडा को चुनाव मैदान में उतारा था, तब अर्जुन मुंडा कांग्रेस के कालीचरण मुंडा से मात्र १,४४५ मतों से जीते थे। कालीचरण मुंडा पिछले चुनाव की हार की कसक को मिटाने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं। झामुमो के कोलेबिरा इलाके के पूर्व विधायक बसंत लोंगा निर्दलीय के रूप में मैदान में हैं, जबकि खूंटी के बहुचर्चित पत्थलगड़ी आंदोलन की लीडर रहीं बबीता कच्छप भारत आदिवासी पार्टी की प्रत्याशी के तौर पर उतरी हैं। ऐसे में मुंडा जी की सांसें अटकी हुई हैं कि पता नहीं ४ जून को क्या होगा?
तेरी गलियों में न रखेंगे कदम
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आजकल यही गीत गुनगुना रही हैं कि `तेरी गलियों में न रखेंगे कदम, आज के बाद…’। वे ये गीत राज्यपाल के लिए गुनगुना रही हैं। असल में ममता ने राज्यपाल सी वी आनंद बोस पर लगे छेड़खानी के आरोपों को लेकर उनकी आलोचना की हैं। ममता पूछ रही हैं कि उनको यह साफ करना चाहिए कि उन्हें पद से इस्तीफा क्यों नहीं दे देना चाहिए? एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ममता ने साफ कहा कि जब तक बोस राज्यपाल बने रहेंगे, तब तक वह राजभवन के अंदर कदम नहीं रखेंगी। तृणमूल प्रमुख का कहना है कि राज्यपाल कहते हैं कि दीदीगीरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी…लेकिन श्रीमान राज्यपाल मैं कहती हूं कि आपकी दादागीरी अब काम नहीं करेगी। आप क्या सोचते हैं कि आप कौन हैं? आपको महिला पर अत्याचार क्यों करना चाहिए? पश्चिम बंगाल में महिलाओं का यौन उत्पीड़न एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। संदेसखली को भाजपा ने हवा दी तो उसके बाद ये राजभवन का मामला सामने आ गया, जो भाजपा के गले की हड्डी बना हुआ है। अब ममता राज्यपाल बोस से इस्तीफा मांग रही हैं। दरअसल, राजभवन की एक संविदा महिला कर्मचारी ने पिछले हफ्ते कोलकाता पुलिस में शिकायत कर आरोप लगाया था कि बोस ने राजभवन में उसके साथ छेड़खानी की थी। इसके बाद से हर मुद्दे पर बयानबाजी करनेवाले बोस ने चुप्पी साध रखी है।
कहीं तलाक उछला, कहीं प्यार छलका
ये कमबख्त राजीनीति भी बड़ी बुरी चीज है। क्या-क्या नहीं कराती है और राजनीति में अगर कहीं फिल्मी तड़का लग जाए तो समझिए सिनेमा ही देख रहे हैं। पर्दे पर दिखनेवाला सभी सीन यहां मुफ्त में चाहे जितना देखना हो, देखते जाइए। अब ये मुफ्त का सिनेमा पवन सिंह दिखा रहे हैं। यह तो सभी जानते हैं कि पवन सिंह और उनकी पत्नी के बीच तलाक का केस चल रहा है। वैसे लोग उस समय दंग रह गए, जब पवन की पत्नी ज्योति सिंह भी अपने पति के लिए वोट मांगने निकल पड़ीं। असल में पवन सिंह के नामांकन कार्यक्रम में उनकी पत्नी ज्योति सिंह भी मंच पर मौजूद थीं। पवन सिंह का पत्नी ज्योति सिंह के साथ आरा के पैâमिली कोर्ट में तालाक का केस चल रहा है। हालांकि, अब ऐसी भी खुसुर-फुसुर है कि दोनों में पैचअप हो गया है। खैर, वहां पवन सिंह ने अपनी पत्नी का परिचय भीड़ से कराया। हाथ में माइक थामे पवन सिंह ने ज्योति सिंह से धीरे से कुछ कहा। इसके बाद मुस्कुराते हुए ज्योति सिंह ने न में सिर हिला दिया। पवन सिंह के कानों में कुछ कहने के बाद ज्योति ने पल्लू को संभाला, तब पवन सिंह ने कहा कि आप सिर्फ हाथ जोड़िए। इसके बाद भीड़ की ओर से जबर्दस्त नारेबाजी और सीटी मारने की आवाजें आने लगीं, फिर उन्होंने कहा कि अपना आंचल पैâलाकर लोगों से आशीर्वाद मांग लीजिए। अब ये सब मुफ्त का सिनेमा, वो भी लाइव देखने को भला कहां मिलेगा?