मुख्यपृष्ठनए समाचार...तो १० दिन बाद मुंबई में पानी कटौती! ... झीलों में बचा...

…तो १० दिन बाद मुंबई में पानी कटौती! … झीलों में बचा है ८.८ प्रतिशत पानी

भातसा एवं अपर वैतरना के रिजर्व कोटा से पानी सप्लाई शुरू
सामना संवाददाता / मुंबई
मानसून के आगमन में देरी का खामियाजा अब मुंबईकरों को भुगतना पड़ सकता है। मुंबई महानगर को पीने के पानी की आपूर्ति करनेवाली सात झीलों में सामान्य तौर पर ८.८ प्रतिशत पानी बचा है। गंभीर परिस्थितियों के लिए भी ७ प्रतिशत पानी रिजर्व कोटा में बचा कर रखा जाता है। दोनों मिलाकर देखें तो वर्तमान में १६ प्रतिशत पानी रिजर्व है। लेकिन बरसात नहीं होने से मामला गड़बड़ा रहा है। यदि जून के चौथे सप्ताह तक अच्छी बरसात नहीं हुई तो मनपा पानी की कटौती शुरू कर देगी, ऐसा संकेत मनपा के अधिकारियों की ओर से दिया गया है।
मनपा अधिकारियों के अनुसार, कुल पानी का स्तर १० प्रतिशत तक पहुंचने पर मनपा पानी की कटौती शुरू कर देगी। आशंका जताई जा रही है कि यदि स्थिति ऐसी ही रही तो जून के चौथे सप्ताह से मुंबई में १० से १५ प्रतिशत पानी कटौती लागू की जा सकती है। फिलहाल मुंबई में रिजर्व कोटे के पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
गौरतलब हो कि मुंबई को प्रति दिन ३,८५० मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति सात झीलों से की जाती है। इनमें अपर वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, मध्य वैतरणा, भातसा, विहार और तुलसी झील शामिल हैं। मानसून के शुरूआती दिनों में जलापूर्ति की योजना मई-जून में तालाबों में उपलब्ध जल स्टोरेज को देखकर की जाती है।

पिछले साल पूरे जून में बारिश कम होने के कारण कुल जल स्टोरेज ११ प्रतिशत तक कम हो गया था तो मनपा ने २७ जून से पानी में १० प्रतिशत की कटौती की गई थी। हालांकि अगले महीने जुलाई की शुरुआत में हुई भारी बारिश के कारण तालाबों में २५ प्रतिशत पानी जमा हो गया था। जिसके बाद १२ दिनों के भीतर पानी की कटौती वापस ले ली गई थी। लेकिन इस साल लंबे समय तक बारिश नहीं होने और पानी के स्टोरेज में तेजी से कमी के कारण मुंबईकरों पर पानी कटौती की तलवार लटक रही है।
अतीत में जलाशयों के ऐसे थे हालात
२०२३ – १२८७७३ मिलियन लीटर (८.८० प्रतिशत)
२०२२ – १७७१३० मिलियन लीटर (१२.२४ प्रतिशत)
२०२१ – १८४४९६ मिलियन लीटर (१२.७५ प्रतिशत)

रिजर्व कोटा से लिया जा रहा है पानी
मुंबई को पानी सप्लाई करने वाली सात झीलों में फिलहाल १,२८,७७३ मिलियन लीटर यानी सिर्फ ८.८० फीसदी पानी उपलब्ध है। हालांकि राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आनेवाले भातसा व अपर वैतरणा के रिजर्व कोटे के पानी के उपयोग की अनुमति मिलने से मनपा के पास कुल पानी १६ प्रतिशत तक है। इन दोनों झीलों से प्रतिदिन १५० एमएलडी पानी मिल रहा है।

अन्य समाचार

मंसूर का मन