मुख्यपृष्ठसमाचारअस्पताल है लेकिन बेड नहीं! गैलरी में मरीज किए जा रहे भर्ती

अस्पताल है लेकिन बेड नहीं! गैलरी में मरीज किए जा रहे भर्ती

मोतीलाल चौधरी / कुशीनगर
मौसम बदलने के साथ ही जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सोमवार को जिला अस्पताल का ५० बेड का जनरल वॉर्ड फुल हो गया। मरीजों को गैलरी में बेड़ लगाकर भर्ती किया जा रहा है। मौजूद समय में जनरल वॉर्ड में ८२ मरीज भर्ती हैं। सोमवार को जिला अस्पताल के जनरल वॉर्ड में कोटवा से आईं ५० वर्षीय सुशीला को खून में संक्रमण होने के कारण जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जंगल विशुनपुरा की १४ वर्षीय सोनम को ब्रेन हैमरेज हुआ है। उन्हें भी इस वॉर्ड में भर्ती कराया गया। रामकोला से आए ६० वर्षीय बुद्ध को सर्दी-खांसी होने के कारण भर्ती कराया गया है। कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के अमवा बुजुर्ग की निवासी ४२ वर्षीय मीना देवी एनीमिया के कारण भर्ती हैं। गौरी जगदीश निवासी ४५ वर्षीय रामदरश गुर्दे में खराबी के कारण पेट दर्द से पीड़ित होने पर भर्ती कराए गए हैं। तुर्कपट्टी क्षेत्र के पकड़ी गोसार्इं गांव के ४२ वर्षीय रामप्रीत शुगर से पीड़ित हैं। बरवा निवासी ५३ वर्षीय मल्लू निषाद बुखार से पीड़ित होने के कारण भर्ती कराए गए हैं। कसया क्षेत्र के बाड़ीपुल की निवासी ६५ वर्षीय फूलबासी देवी सांस फूलने की बीमारी से ग्रस्त है। हरपुर धौरहरा निवासी ६० वर्षीय कमल यादव को टाइफाइड होने के कारण भर्ती कराया गया है। पकड़ी बुजुर्ग निवासी ३२ वर्षीय हेमंती देवी उल्टी-दस्ती से पीड़ित हैं। खड्डा क्षेत्र के सालिकपुर के १८ वर्षीय वीरेंद्र को झटके आने की वजह से भर्ती कराया गया है। इस तरह ५० बेड के जनरल वार्ड में सोमवार को अलग से बेड लगाकर ८२ मरीज भर्ती किए गए हैं। कसया क्षेत्र के कनखोरिया गांव के निवासी मुश्ताक अंसारी का पैर टूट गया है। परिजनों ने बताया कि पैर का प्लास्टर करने के बाद वार्ड में भर्ती करने के लिए भेज दिया गया, लेकिन वार्ड में बेड ही नहीं था। मुश्ताक जमीन पर लेटा रहा। सर्दी-खांसी, बुखार डायरिया तक के मरीज सीएचसी-पीएचसी में भर्ती नहीं किए जाते, उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया जाता है। पडरौना के पुरुष नेत्र चिकित्सालय में भी मरीज भर्ती नहीं होते। पूरे जिले से मरीज यहीं भर्ती होते हैं। इसलिए यहां बेड कम पड़ जा रहे हैं। इस समस्या से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।

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