सामना संवाददाता / मुंबई
राज्यभर में बढ़ते तापमान का असर सब्जियों की आवक पर भी पड़ने लगा है। नई मुंबई कृषि उत्पन्न बाजार समिति में आवक कम हो गई है और कीमतें बढ़ने लगी हैं। मटर, फूल, ककड़ी सहित पत्तेदार सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। गर्मी के कारण सब्जियों के खराब होने का प्रमाण बढ़ गया है, जिसके कारण दोपहर में दुकानें बंद करनी पड़ रही हैं। बुधवार को बाजार में २,०७९ टन सब्जियों की आवक हुई है।
मांग और आवक के बीच काफी अंतर का असर बाजार में कीमत पर पड़ने लगा है। एक सप्ताह पहले थोक बाजार में फरसबी ६० से ७० रुपए प्रति किलो बिक रही थी, अब ये ९० से १०० रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। खुदरा बाजार में फरसबी १६० से २०० रुपए तक पहुंच गई है। फूल गोभी की कीमत १२ से १६ से १४ से १८, घेवड़ा ३२ से ४० से ३५ से ४५ रुपए प्रति किलो हो गए हैं। शेवगा भी २४ से ३० रुपए से २५ से ३५ रुपए तक पहुंच गया है। धनिया, मेथी, पालक के दाम भी बढ़ गए हैं। मूली लगभग गायब हो गई है।
दोपहर में सब्जी की दुकानें बंद
नई मुंबई में भी तापमान ४२ डिग्री तक पहुंच गया है, इसके चलते शहर के सभी सब्जी बाजार में सब्जी की दुकानें दोपहर १२ बजे से शाम ४-४.३० बजे तक बंद रखी जाती हैं। दुकान में तापमान कम रखने के लिए सब्जियों पर पानी छिड़कना पड़ता है, फिर भी सब्जियां खराब हो जाती हैं। जिसके कारण मटर, फूलगोभी, घेवड़ा, खीरा, शेवगा, धनिया, मेथी, मूली, पालक, मटर महंगे हो गए हैं।