मुख्यपृष्ठस्तंभहार से बौखलाए बीजेपी नेताओं में दो फाड़

हार से बौखलाए बीजेपी नेताओं में दो फाड़

योगेश कुमार सोनी

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो दिग्गज बीजेपी नेताओं में जुबानी जंग तेज हो गई है। संगीत सोम और संजीव बालियान एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इन सबके बीच अब संगीत सोम के कथित लेटर हेड पर एक पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें संजीव बालियान पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसको लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।
वायरल हो रहे लेटर में लिखा गया है कि संजीव बालियान द्वारा गत पांच वर्षों में अवैध तरीके से विकास कार्यों के नाम पर अत्यधिक भ्रष्टाचार किया गया है। उनके नजदीकी लोगों द्वारा की जा रही गुंडागर्दी के माध्यम से हजारों करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित की गई है। इस भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए, क्योंकि इसी कारण पार्टी मुजफ्फरनगर लोकसभा से चुनाव हारी है। इसके अलावा भी बहुत सारे आरोप इस लेटर में संजीव बालियान पर लगाए गए हैं। इसको लेकर जब संगीत सोम से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह साजिशन किसी ने लेटर हेड बनकर जारी किया है। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। मैं इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा रहा हूं, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इन दोनों बड़े नेताओं की वजह से भारतीय जनता पार्टी की बहुत किरकिरी हो रही है। ये दोनों नेता हमेशा फायर ब्रांड रहे हैं और इन्होंने विपक्ष पर जमकर हंगामा बोला है, लेकिन इस बार दोनों आपस में ही उलझ गए। दरअसल, हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी ज्यादा बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई और इसके बाद से ही राज्य के सभी नेता विचलित व परेशान होते दिख रहे हैं। तमाम ऐसी सीटें थीं, जिस पर पिछले दो बार चुनाव जीतने से बीजेपी आश्वस्त थी, लेकिन इस बार इंडिया गठबंधन ज्यादा सीटें जीती और बीजेपी को भारी नुकसान हुआ। खेल गुणवत्ता पर चलता है और और देश की जनता अब धर्म के नाम पर न लड़ना चाहती है और न ही अलग होना चाहती है। वैसे अब सबको ये पता चल गया कि भारत जैसे धर्म निरपेक्ष देश में एक-दूसरे के बिना काम नहीं चलेगा। इन दोनों नेताओं ने बहुत आग उगला है और हमेशा गलतफहमी का शिकार रहते हैं कि धर्म के नाम पर वोट मिलते रहेंगे। जो घोटाले का पत्र वायरल हो रहा है, वो सही है या गलत यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन एक बात तो समझ में आ गई कि काम नहीं हुआ, तभी जनता ने नकारा है। अब राजनीति पार्टी और मात्र बयानों पर चलने वाली दुकानदारी नहीं रह गई। बहरहाल, मुजफ्फरनगर से चुनाव हारने के बाद संजीव बालियान ने संगीत सोम से जुड़े सवाल पर कहा था कि इन्होंने खुलकर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को चुनाव लड़ाया। ये सरकारी सुविधाएं लिए हुए हैं। पार्टी को इनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इस दौरान बालियान ने पार्टी के अंदर भितरघात से भी इनकार नहीं किया था। इसके अलावा भी कयास लगाया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी की आंतरिक कलह बाहर आ सकती है।

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