अनिल मिश्रा / बदलापुर
बदलापुर में मासूम शोषण, नाले पर अवैध कब्जा, नपा मुख्यालय को लेकर उठे विरोध के बाद अब आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बदलापुर- पश्चिम उल्हास नदी पर बदलापुर गांव की तरफ जाने वाले मार्ग पर दो पुलों के सामने छत्रपति शिवाजी महाराज का अश्वरोही 35 फुट विशाल पुतला बनाया जा रहा है, जिसको लेकर जोरदार विरोध शुरू हो गया है। महाराज के पुतले को लेकर घोर आर्थिक भ्रष्टाचार के साथ ही मालवण जैसी घटना की पुनरावृत्ति को लेकर विडंबना न हो जाए इसलिए उसे प्रशासन गंम्भीरता से ले। इस बात को लेकर मूर्ति शिल्पकार का अनशन, भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए काम करने वाले अनुभवहीन मूर्ति के शिल्पकार को सहयोग करने वाले शहर अभियंता के कार्यालय पर नोटों की माला लगाने के बाद भी बदलापुर नपा द्वारा किसी तरह की कार्रवाई न होता देख न्यायालय में जाने की तैयारी शुरू है।
राकांपा (शरदचंद्र पवार) के प्रदेश महासचिव अविनाश देशमुख ने बताया कि वे आराध्य देवता रूप छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले का एतिहासिक शहर बदलापुर में स्वागत करते हैं, परंतु आरोप इस बात का है कि अनुभवहीन बजाय अनुभवी कारीगर को काम, कम लगत में काम किए जाने वाले टेंडर भरने के बावजूद अच्छे शिल्पकार को काम क्यों नहीं दिया गया? कहीं अनभिज्ञ कारीगर को काम देने में बदलापुर के कथित भाजपा नेताओं का नपा प्रशासन पर दबाव तो नहीं ? इस भ्रष्टाचार को लेकर नपा मुख्याल के सामने 30 सितंबर 2024 से आमरण, भूख हड़ताल किया गया। तरह-तरह के मुद्दों को लेकर जल रहे बदलापुर साथ ही शिंदे सरकार में फिर से आर्थिक भ्रष्टाचार के साथ ही भविष्य में मालवण जैसी घटना की पुनरावृत्ति होकर विडंबना न हो इस बात का विरोध है।
बताया गया कि बदलापुर-पश्चिम में उल्हास नदी के किनारे छत्रपति शिवाजी महाराज का अश्वरोही पुतला, जो 35 फुट ऊंचा है। ब्रांच धातु, जिसका वजन 2500किलो है। अश्वरोही छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले को बनाने के लिए बदलापुर कराहा स्टूडियो :- 95,28,600 रुपए, बालाजी :- 99, 08,600 रुपए, संकेत कैलाश सालुंखे :- 97,13,200 रुपए तथा राज इंटरप्राइजेश:-63,13,000 रुपए की निविदा भरी। सभी निविदा धारकों का साक्षात्कार लिए गया। इसके बावजूद कराहा स्टूडियो को काम करने के लिए दिया गया। आश्चर्य की बात यह है कि कराहा स्टूडियो, जो अनुभव विहीन के साथ ही उसने 32 लाख, 15 हजार 600 रुपए अधिक निविदा भरी है। अन्य दो लोग भी अनुभवहीन हैं, वहीं पर मूर्ति शिल्पकार राजेंद्र आल्हाट ने बताया कि इस तरह का अन्याय क्यों किया गया? वह 28 वर्ष का अनुभवी 400 के करीब पुतले बनाए हैं। कराहा स्टूडियो को पुतला बनाने का बिल्कुल अनुभव नहीं है। अविनाश देशमुख ने आरोप लगाया है कि आचार संहिता से पहले उद्घाटन हो इसके लिए पुतले का दिन-रात काम शुरू है। जल्दबाजी में किया गया कार्य घटिया दर्जे का हो सकता है। साथ ही कहीं न्यायालय स्थगन आदेश न दे दे। इस बात को लेकर बदललापुर नपा शिंदे सरकार को फायदा पहुंचाने के इरादे से जल्द काम करवा रही है। देशमुख ने नपा प्रशासन पर आरोप लगाए कि कहीं न कहीं नपा प्रशासन की मिलीभगत है, अन्यथा अनभिज्ञ मूर्तिकार को अधिक राशि देकर कम क्यों व कैसे दिया गया? अब अविनाश देशमुख न्यायालय जाने की तैयारी में लगे हैं।
इस बारे में बदलापुर नपा के मुख्याधिकारी / प्रशासक मारुती गायकवाड़ ने बताया कि नियम से दिया गया है, किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं है।