मुख्यपृष्ठनए समाचारकेदारनाथ धाम में मची है लूट! ...प्रशासन की व्यवस्थाओं से परेशान तीर्थयात्री

केदारनाथ धाम में मची है लूट! …प्रशासन की व्यवस्थाओं से परेशान तीर्थयात्री

• एक कमरे का किराया १० से १५ हजार रुपए
सामना संवाददाता / देहरादून
केदारनाथ धाम में आ रहे तीर्थयात्री प्रशासन की व्यवस्थाओं से परेशान हैं। भारी बर्फबारी और ठंड में जहां तीर्थयात्रियों को लंबी लाइन में लगकर बाबा के दर्शनों का इंतजार करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर उन्हें महंगे दामों पर कमरे मिल रहे हैं, इस वजह से उनमें भारी आक्रोश भी देखा जा रहा है। तीर्थयात्रियों को महंगे दामों पर कमरे दिए जाने के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसके बाद केदार सभा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केदारनाथ धाम में विषम परिस्थितियों में लोग रहते हैं। यहां सामान पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं है। सोची-समझी साजिश के तहत केदारनाथ को बदनाम किया जा रहा है। किसी भी यात्री को परेशानी होती है तो वह सीधे केदार सभा के अध्यक्ष से संपर्क कर सकते हैं।
बता दें कि केदारनाथ में लगातार बर्फबारी के साथ ही धाम के पड़ावों में बारिश जारी है। इस भारी बर्फबारी के बीच भक्त केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं। केदारनाथ धाम पहुंच रहे तीर्थयात्रियों में प्रशासन की व्यवस्थाओं से खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। तीर्थयात्रियों से एक कमरे के १० से १५ हजार रुपए लिए जा रहे हैं, जबकि उन्हें बाबा केदारनाथ के दर्शन भी नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में तीर्थयात्री मायूस होकर लौट रहे हैं। भारी बर्फबारी और बारिश के बीच तीर्थयात्री बाबा के दर्शनों के लिए लंबी कतार लगाकर लाइन में लगे हैं, वहीं जब तीर्थ यात्री रात काटने के लिए कमरे की खोज कर रहे हैं तो उनसे एक कमरे का भारी दाम वसूल किया जा रहा है। तीर्थ यात्री प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की पीड़ा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोग इन पोस्ट पर कमेंट्स करके तीर्थपुरोहितों को खरी-खोटी सुना रहे हैं।
केदारनाथ को बदनाम किया जा रहा- केदार सभा
केदारनाथ में स्टे के नाम पर १५ हजार रुपए लिए जाने के आरोपों को केदार सभा, तीर्थपुरोहित समाज और व्यापार सभा ने निराधार बताया है। केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी व मीडिया प्रभारी प्रवीन सेमवाल ने कहा कि केदारनाथ में प्रति व्यक्ति स्टे के लिए एक हजार से दो हजार रुपए लिए जाते हैं। जीएमवीएन के भी यही रेट हैं। जो यात्री १५ हजार रुपए लेने का आरोप लगा रहे हैं, वे ग्रुप में आए थे और उनसे प्रति व्यक्ति एक हजार से १५ सौ रुपए लिए गए। केदारनाथ में विषम परिस्थितियों में लोग रहते हैं। यहां सामान पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि सोची-समझी साजिश के तहत केदारनाथ को बदनाम किया जा रहा है। किसी भी यात्री को परेशानी होती है तो वह सीधे उनके नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
७० प्रतिशत है व्यवस्था
जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे का कहना है कि केदारनाथ धाम में ७० प्रतिशत व्यवस्थाओं को पूरा किया गया है, जबकि ३० प्रतिशत व्यवस्थाएं बर्फबारी और बारिश होने के कारण नहीं हो पाई थीं। उन्होंने कहा कि अभी भी धाम में बर्फबारी हो रही है, जिससे कार्य करने में परेशानियां हो रही हैं। जल्द ही सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने के प्रयास किए जाएंगे।

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