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महाराष्ट्र के सभी उद्योग गुजरात ले जानेवाले लुटेरों से समझौता नहीं! … आदित्य ठाकरे का महायुति पर जोरदार हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
जो महाराष्ट्र को लूटने निकले हैं, जो राज्य के सभी उद्योगों को गुजरात ले जा रहे हैं, उनके साथ चर्चा करके कोई लाभ नहीं होगा। इसलिए महाराष्ट्र को लूटने के लिए बैठे हुए लोगों से कभी भी कोई समझौता नहीं करेंगे। इन शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने महायुति पर जोरदार हमला किया।
कल मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में आदित्य ठाकरे ने अपना रुख रखा। इसके साथ ही उन्होंने संकल्प लिया कि असंवैधानिक मुख्यमंत्री और उनके ४० चोरों को भगाए बिना नहीं रहेंगे। आदित्य ठाकरे ने राज्य के उद्योगों के गुजरात में भेजे जाने पर भाजपा और शिंदे गुट पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को लूटने वालों के साथ कभी समझौता नहीं होगा। उन्होंने देश की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद जनता में भाजपा के प्रति नाराजगी स्पष्ट दिखाई दे रही है। ऐसे में अब विपक्ष की आवाज सुनी जाएगी। भाजपा के हिंदुत्व की आलोचना करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना का हिंदुत्व घरों में चूल्हा जलाने वाला है, जबकि भाजपा का हिंदुत्व घर जलाने वाला है। उन्होंने वक्फ बोर्ड के विधेयक पर तंज कसते हुए केदारनाथ और अयोध्या के मुद्दों पर भाजपा की चुप्पी पर सवाल उठाए। आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के राजनीतिक दल एक-दूसरे को तोड़ रहे हैं और लड़ रहे हैं, जिससे राज्य के उद्योग बाहर जा रहे हैं। उन्होंने इस चुनाव को युद्ध की मानसिकता के रूप में नहीं लड़ने की अपील की। साल २०१४ से पहले के भाजपा नेतृत्व की याद दिलाते हुए उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी, प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे की प्रशंसा की। हालांकि, उन्होंने आज की भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मौजूदा शीर्ष पांच चेहरे आयात किए गए हैं। आदित्य ठाकरे ने मुंबई में मिली अपनी जीत का जिक्र करते हुए कहा कि वरली विधानसभा क्षेत्र में अभी भी बहुत काम बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि बीडीडी चॉल पुनर्विकास का पहला चरण जल्द ही पूरा होगा। जब आदित्य ठाकरे से उनके विजन के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जो लूट चल रही है, चाहे वह धारावी के माध्यम से हो या कॉन्ट्रैक्टर और बिल्डर के माध्यम से उसे रोकना जरूरी है।

असंवैधानिक मुख्यमंत्री और उनके ४० चोरों को भगाए बिना नहीं रहेंगे। लोकसभा चुनाव के बाद जनता में भाजपा के प्रति नाराजगी स्पष्ट दिखाई दे रही है।

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