सामना संवाददाता / मुंबई
आगामी चुनाव में घमासान होगा, शाब्दिक वार होंगे, टीका-टिप्पणी होंगी, आरोप-प्रत्यारोप होंगे। लेकिन सभी दलों के कार्यकर्ताओं को चुनाव के रूप में आगे बढ़ना चाहिए, युद्ध समझकर नहीं। भूमिपुत्रों में फूट नहीं पड़नी चाहिए। इस तरह का आह्वान शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने कल किया।
ठाणे में शनिवार को शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की गाड़ी पर नारियल फेंका गया। वर्ली निर्वाचन क्षेत्र में अयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे आदित्य ठाकरे से इस संदर्भ में मीडिया ने पूछा, जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में फूट नहीं पड़नी चाहिए। भूमिपुत्रों में फूट नहीं पड़नी चाहिए। कहीं भी विवाद न हो। आगामी चुनाव केवल चुनाव ही है, युद्ध नहीं, यह समझकर सभी कार्यकर्ताओं को व्यवहार करना चाहिए। आदित्य ठाकरे ने कहा कि कोई भी किसी का व्यक्तिगत दुश्मन नहीं है। चुनाव में कोई भी व्यक्तिगत रूप से किसी के विरुद्ध नहीं है, बल्कि यह पार्टी विरुद्ध पार्टी की लड़ाई होनी चाहिए। इससे किसी भी तरह का वातावरण खराब नहीं होना चाहिए। इस तरह की अपेक्षा है।
घाती सरकार पर साधा निशाना
महाराष्ट्र का एक और उद्योग गुजरात में चले जाने पर आदित्य ठाकरे ने घाती सरकार पर भी निशाना साधा। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस सरकार ने उस उद्योग को रोकने की सामान्य तौर पर पहल तक नहीं की। उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि महायुति शासन सूखाग्रस्त सरकार के रूप में सिर पर बैठी है। यदि यह फिर से सिर पर बैठी तो मंत्रालय भी गुजरात चला जाएगा। इस तरह का भय भी आदित्य ठाकरे ने व्यक्त किया।