सामना संवाददाता / मुंबई
आम नागरिक अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। २०१४ से हर यात्री की एक ही मांग है कि दिवा से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस तक विशेष लोकल शुरू की जाए। अब तक हजारों नागरिकों, छात्रों ने अपनी जान गंवाई है। किसी के भाई, किसी के पिता ने अपनी जान गंवार्ई। हर बार केवल चुनाव को देखते हुए झूठे वादे किए जाते हैं कि रेलवे प्रशासन, रेल मंत्री, राजनीतिक दल सभी लोग इस बात को नजरअंदाज कर रहे हैं। उनका कई बार लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया गया और २१ मार्च २०२३ को राज्यपाल, राजनीतिक नेताओं, मंत्रियों, रेलवे प्रशासन को निवेदन दिया गया। उसके उपरांत १६ अगस्त २०२४ को ७ दिनों की भूख हड़ताल की। वर्ष २०२४ समाप्त होने जा रहा है। नए वर्ष २०२५ की शुरुआत हो रही है। सभी विद्यार्थियों, माताओं, बहनों, बुजुर्गों, भाई-बहनों से निवेदन है कि प्रवासी बंधुओं की जान बचाने के लिए ढोल बजाओ आंदोलन में जरूर शामिल हो, जिससे सरकार इस मुद्दे को संज्ञान में लेकर दिवा से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस स्पेशल लोकल ट्रेन शीघ्र शुरू करे। अत: सरकार एवं रेल प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए आज २२ दिसंबर को शाम ५ बजे से ७ बजे तक दिवा स्टेशन के पूर्वी रिक्शा स्टैंड के पास ढोल बजाकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिसे लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अमोल धनराज केंद्र ने स्टेशन उप प्रबंधक को ज्ञापन सौपेंगे।