सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की घोषणा जल्द ही होने की संभावना है और इसको लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि महायुति से उप मुख्यमंत्री अजीत पवार गुट किसी भी समय बाहर हो सकता है। इन अटकलों को तब और बल मिला जब महायुति के घटक दल रहे प्रहार संगठना के अध्यक्ष व विधायक बच्चू कडू ने इस मुद्दे पर खुलकर बोला। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि संभवत: अजीत पवार महायुति से अलग होने वाले हैं।
बच्चू कडू ने एक प्रेस कॉन्प्रâेंस के दौरान संकेत दिए कि अजीत पवार महायुति से बाहर जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि महायुति में बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं। अगर अजीत पवार अलग होते हैं तो प्रदेश की राजनीति में भूकंप आ जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि पंकजा मुंडे को विधानसभा में धनंजय मुंडे की जगह मिल सकती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर अजीत पवार महायुति में बने रहते हैं तो पंकजा मुंडे को वह मौका नहीं मिलेगा।
कडू के इस बयान के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है और अब इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं कि क्या अजीत पवार महायुति से सच में बाहर होंगे या नहीं। इसके साथ ही बच्चू कडू ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर भी टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने सरकार से समाजों के बीच विश्वास बनाए रखने की अपील की और राजनीति में समाजों के बीच दरार पैदा न करने की बात कही।