मनपा ने ठेकेदारों को दी चेतावनी
सामना संवाददाता / ठाणे
इस वर्ष ठाणे में नाला सफाई को लेकर देरी होने की संभावना बढ़ गई है, क्योंकि मानसून के दौरान शहर में नालों के जाम होने की स्थिति से बचने के लिए मनपा प्रशासन ने मार्च महीने में नालों की सफाई के काम के लिए टेंडर जारी किए थे। लेकिन अप्रैल का तीसरा सप्ताह खत्म होने के बाद भी और टेंडर की तारीख पांच से छह मर्तबा बढ़ाने के बावजूद ठेकेदार दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में मनपा प्रशासन ने ठेकेदारों को सख्त लहजे में कहा है कि यदि नाला सफाई के लिए ठेकेदार नहीं मिले तो वह अपने सिस्टम का उपयोग कर नाला सफाई का काम करेगी।
बता दें कि ठाणे महानगरपालिका में कलवा प्रभाग समिति में सबसे अधिक २०१ नालें हैं, जबकि दूसरे क्रमांक पर दिवा प्रभाग समिति है। यहां पर १३१ नाले हैं। नौपाड़ा-कोपरी प्रभाग समिति में ४९, वागले एस्टेट में ३८, लोकमान्य-सावरकर नगर में ३४, उथलसर में ३४, वर्तक नगर में २९, माजीवाड़ा-मानपाड़ा में ४४ और मुंब्रा में ८० नाले हैं। मानसून के दौरान नालों के ओवरफ्लो होने से रोकने के लिए इन सभी नालों की सफाई की जाती है। इस वर्ष भी मनपा आयुक्त सौरभ राव ने नाला सफाई कार्य की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर १५ अप्रैल से कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया था। इसके चलते महानगरपालिका ने मार्च माह में ही नाला सफाई कार्य के लिए नौ प्रभाग समितिवार टेंडर निकाले थे, लेकिन पता चला कि मनपा क्षेत्र में वागले इस्टेट और लोकमान्य-सावरकर नगर क्षेत्र को छोड़कर अन्य इलाकों में नाला सफाई के टेंडर से ठेकेदारों ने मुंह मोड़ लिया है। टेंडर में मनपा द्वारा थोपी गई कुछ नियम और शर्तों के कारण ठेकेदारों ने काम करने से मना कर दिया है। हालांकि, मनपा घनकचरा विभाग ने फिर इसमें सुधार कर टेंडर निकाला, लेकिन प्रतिसाद नहीं मिला। सूत्रों की मानें तो अब तक मनपा प्रशासन की तरफ से पांच से छह बार डेडलाइन बढ़ाने के बावजूद ठेकेदार नहीं मिले।