सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को नई मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने वाली मेट्रो रेल लाइन में कोई फेर-बदल नहीं होने वाला है। नई मुंबई की प्लानिंग अथोरिटी सिडको ने कहा कि उसने एमएमआरडीए की योजनाओं को आगे बढ़ाते हुए इस संबंध में विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्र्ट तैयार करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि यह केवल कुछ मेट्रो ही होंगे, जिन्हें नियो मेट्रो में परिवर्तित किया गया है।
सिडको के एक अधिकारी ने योजना के बारे में विस्तार से बताया कि नई मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दिसंबर २०२४ तक चालू होने की उम्मीद है। मुंबई और नई मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बीच ट्रैवलिंग कनेक्टिविटी अत्यंत महत्वपूर्ण है, जैसा कि दो हवाई अड्डों के बीच होना चाहिए। एमएमआरडीए ने पहले से ही दो हवाई अड्डों के बीच एक मेट्रो रेल लिंक निर्धारित किया है, जो मुंबई मेट्रो गोल्ड लाइन ८ है और छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे-मानखुर्द के लिए डिटेल प्रोजक्ट रिपोर्ट पूरा किया गया है।
सिडको ने अब एक पहल की है और गोल्ड लाइन ८ (मानखुर्द से नई मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा) के शेष हिस्से के लिए डीपीआर शुरू किया है और बेलापुर से नई मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा तक नई मुंबई मेट्रो लाइन-१ का विस्तार किया है। ये दोनों मेट्रो लाइनें नई मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के लिए निर्बाध कनेक्टिविटी स्थापित करेंगी, जिसमें टर्मिनल होंगे। हवाई अड्डे तक आसान तरीके से पहुंच प्रदान करना और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
अन्य आंतरिक लाइनों के लिए, सिडको मेट्रो नियो के साथ आया है, जिसे रबर-टायर, बाय-आर्टिकुलेटेड, इलेक्ट्रिक-ट्रॉली बस एक ओवरहेड ट्रैक्शन द्वारा संचालित सिस्टम है। यह २० लाख तक की आबादी वाले शहरों के लिए है। यह एक सहज, तेज, विश्वसनीय और कॉस्ट इफेक्टिव मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम है। यह मेट्रो सिस्टम के समान अंतर्राष्ट्रीय मानकों की यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा।