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पांच हजार जररूतमंद में से तीस मरीजों को मिलता है हृदय! देश में २ लाख किडनी, १ लाख लीवर की है आवश्यकता

  • अंगदान के लिए जनजागृति
  • राज्य में विशेष अभियान

सामना संवाददाता / मुंबई
हिंदुस्थान में वर्तमान समय में किडनी और लीवर के रोगियों के उपचार के लिए २ लाख किडनी और १ लीवर की आवश्यकता है। केवल प्रतिवर्ष ४ हजार किडनी और ५०० लीवर का प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार पांच हजार जरूरतमंद रोगियों में से केवल तीस मरीजों को हृदय मिलता है।
प्रत्यारोपण के लिए अंग न मिलने के कारण राज्य में अंगदान के संदर्भ में आज से विशेष जनजागृति अभियान चलाया जाएगा। इस संदर्भ में उच्च शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने जानकारी दी। कोरोना काल में अंगदान की मुहिम थोड़ी मंदी हो गई थी। अब इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक नागरिक को अंगदान की कार्यपद्धति वैâसी होती है, इसकी जानकारी विस्तारपूर्वक दी जाएगी। इस अभियान के माध्यम से नॉन ट्रांसप्लांट आर्गन सेंटर की संख्या बढ़ाई जाएगी। गरीब व मेहनतकश रोगियों के लिए सरकारी संस्थाओं में सस्ते दर पर प्रत्यारोपण की सेवा उपलब्ध कराई जाएगी, ऐसा महाजन ने बताया।
वैद्यकीय मेडिकल शिक्षा विभाग की सचिव डॉ. अश्विनी जोशी, संचालक डॉ दिलीप म्हेसकर, सह संचालक डॉ. विवेक पाखमोड़े, डॉ. मिलिंद फूल, अजय चंदनवाले के नेतृत्व में यह अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का राज्य स्तरीय समन्वय डॉ. हरीश ताटिया, डॉ. योगेश गवली व डॉ. राकेश वाघमारे करेंगे।

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