यह देश मेरा है मेरा ईमान
इसमें रहने वाले सब भारत मां की संतान
नहीं किसी से बैर भाव नहीं है किसी से गिला शिकवा
यह है सब अपने भाई बन्धु
यह देश मेरा है मेरा ईमान।
नफ़रत के लाख सितम दुश्मन करें कोई
हमें मिटा नहीं सकता
बुलंद हैं हमारे इरादे कोई डिगा नहीं सका
यह देश मेरा है मेरा ईमान।
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई
धर्म समाज जात-पात के सब रंग है मौजूद
फिर भी हमारी एकजुटता है हम सभी की पहचान
यह देश मेरा है मेरा ईमान।
ये सैनिक है इसके प्रहरी
रक्षा करते हैं हर समय
चाहे दिन हो रात
यह देश मेरा है मेरा ईमान।
हरिहर सिंह चौहान
इन्दौर