फिल्म ‘चश्मेबद्दूर’ से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत करनेवाली तापसी पन्नू ने बिना किसी फिल्मी बैकग्राउंड के बॉलीवुड में अपना एक खास मुकाम बनाया है। कई नायिका प्रधान फिल्मों में काम कर चुकीं तापसी पन्नू नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ की वजह से चर्चा में हैं। पेश है, तापसी पन्नू से पूजा सामंत की हुई बातचीत के प्रमुख अंश-
फिल्म ‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ करने की क्या वजह रही?
२०२१ में ‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ का पहला हिस्सा रिलीज हुआ था। फिल्म को व्यावसायिक सफलता तो नहीं मिली, लेकिन फिल्म को काफी प्रशंसा मिली। सभी इस कहानी का अगला हिस्सा देखना चाहते थे। खैर, इस फिल्म में परफॉर्म करना मेरे लिए भी एक खास उपलब्धि है, फिर क्यों नहीं इतनी सफल फिल्म की जाए?
विक्रांत मेस्सी के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
विक्रांत की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वो ही बड़े सहज एक्टर हैं। इतने सहज की जब उन्हें दर्शक फिल्म में देखते हैं तो लगता है कि वे आपके घर में आकर आपसे बतिया रहे हैं। मुझे उनकी स्टाइल बहुत पसंद है। उनसे बहुत कुछ सीखने का मौका मिलता है। उनके साथ फिल्म करना हमेशा याद रहेगा।
सनी कौशल और जिमी शेरगिल की क्या विशेषता रही?
हम सभी पंजाबी हैं इसलिए सेट पर काम करने का मजा दोगुना हो जाता था। पंजाबी लोग खाने-पीने के शौकीन होते हैं इसलिए हम सभी ने पंजाबी खाना पेट भर-भर के खाया। सनी के बड़े भाई विकी (कौशल) के साथ २०१८ में मैंने फिल्म ‘मनमर्जियां’ की थी। दोनों भाई गजब हैं और उनके स्वभाव अलग हैं, पर दोनों बहुत ही सिंपल हैं। जिमी में काफी पोटेंशियल है, इसका अहसास मुझे फिल्म के दौरान हुआ।
क्या आप दिल्ली को मिस करती हैं?
कैसे न करूं? आज से २० वर्ष पहले जब मैं मुंबई आई मैं और मेरी बहन शगुन किराए के फ्लैट में रहते थे। अगले ३-४ वर्षों में हमने अपना घर लिया। यह फीलिंग बहुत खास थी। मेरे मम्मी-डैडी हमारे साथ मुंबई कुछ समय के लिए रहने आए तो थे, लेकिन इस दौड़ती-भागती मुंबई को वे हमेशा के लिए अपना नहीं सके। मेरा जन्म, मेरी इंजीनियरिंग की पढ़ाई, मॉडलिंग का करियर सब कुछ दिल्ली का है। मेरे माता-पिता जहां रहते हैं वहां मेरा दिल लगना स्वाभाविक बात है। मुंबई करिश्माई शहर है, यहां की एनर्जी अद्भुत है, यह वास्तविक सत्य है।
अपनी जर्नी पर आप कैसा फील करती हैं?
ऑफकोर्स मैं संतुष्ट हूं। यहां अकेले खुद के दम पर फिल्में पाना और टिके रहना आसान नहीं है।