सामना संवाददाता / मुंबई
राकांपा (शरदचंद्र पवार) में शामिल होने के लिए दरवाजा खोला गया था, लेकिन राकांपा ने अधिक लोगों को नहीं लिया और जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप थे, उन्हें भी शामिल नहीं किया गया। यह बात राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कही। उन्हीं लोगों को राकांपा में प्रवेश दिया गया, जिनके नाम खराब नहीं है और स्वच्छ छवि के है।
जयंत पाटील ने महायुति पर तंज कसते हुए कहा कि राकांपा के पास वाशिंग मशीन नहीं है। सीटों के बंटवारे के बारे में पूछे गए सवाल पर पाटील ने कहा कि आघाड़ी २७० से २७५ सीटों तक पहुंच गई है, जिनमें से सीटें शेतकरी कामगार पक्ष, दोनों कम्युनिस्ट पार्टियों और अन्य सहयोगी पार्टियों के लिए छोड़ी जाएंगी। आघाड़ी में चल रहे विवाद के बारे में पूछे गए सवाल पर पाटील ने कहा कि आघाड़ी में कोई विवाद या प्रतिस्पर्धा नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त घोषणा पत्र की घोषणा करते समय यह स्पष्ट हो जाएगा कि आघाडी किस ताकत से लड़ रही हैं, यह स्पष्ट हो जाएगा। बारामती विधानसभा सीट के बारे में पूछे जाने पर जयंत पाटील ने कहा कि शरद पवार के आशीर्वाद से ही बारामती में एक नया नेता, एक नया चेहरा तैयार हुआ है। चुनाव में खड़ा हर व्यक्ति जीत या हार सकता है।
अगर मैं कहता हूं कि मैं हारूंगा नहीं, तो मुझे यह नहीं भूलना चाहिए कि यह लोगों के हाथ में है। इस तरह की भाषा का प्रयोग करना उचित नहीं है कि हम इसे गिराएंगे, उसे हराएंगे, यह उस क्षेत्र के लोगों के हाथ में है, ऐसे शब्दों में अजीत पवार की आलोचना करते हुए जयंत पाटील ने युगेंद्र पवार की प्रशंतसा की। युगेंद्र पवार एक जिम्मेदार उम्मीदवार हैं, एक युवा और नया चेहरा है, जनता की मांग पर उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है। शरद पवार के आशीर्वाद से एक नया नेता, एक नया चेहरा सामने आया है। लोकसभा के दौरान सुप्रिया सुले को मिले वोटों को देखते हुए युगेंद्र पवार के पास अच्छा मौका है, ऐसा जयंत पाटील ने कहा।