सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के नासिक स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कुछ दिनों पहले कुछ मुस्लिम युवकों ने हरी चादर चढ़ाने की कोशिश की थी। मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि इसी से मिलता-जुलता एक हैरान कर देनेवाला मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के डासना से सामने आया है। डासना मंदिर में नाबालिग हिंदू लड़की के आई कार्ड पर एक मुस्लिम युवक मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहा था। इस मामले में दो नाबालिग लड़कियों के साथ एक संदिग्ध के पकड़े जाने की खबर है। महाराष्ट्र के बाद यूपी में हुई इस नाजायज हरकत के बाद अब यह सवाल खड़ा होता है कि कहीं मंदिरों के अशुद्धिकरण की मुहिम तो नहीं छेड़ी जा रही है?
बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए मोहसिन सहित दो अन्य लड़कियों में एक हिंदू समाज की है, जिसने अपने आधार कार्ड पर एंट्री की कोशिश की थी। दूसरी नाबालिग लड़की भी मुस्लिम समुदाय से बताई जा रही है।
मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद का आरोप है कि मोहसिन मंदिर में घुसकर रेकी करना चाह रहा था। मंदिर की तरफ से अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है। फिलहाल, पुलिस संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना बुधवार की है।
इस मामले में डासना शक्तिपीठ मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद जी का कहना है कि लड़के का नाम मोहसिन है, जिसकी उम्र लगभग २४-२५ साल के बीच की है। महंत के मुताबिक, वह लगभग हर दिन परिवार के साथ मंदिर में आनेवाली हिंदू लड़की के आधार कार्ड पर मंदिर में घुस चुका था। बकौल यति नरसिंहानंद, मोहसिन मंदिर में सुरक्षा के पुलिस वाले चक्र को पार कर चुका था लेकिन उनके व्यक्तिगत सुरक्षा गार्डों की चेकिंग में वो पकड़ा गया। महंत ने बताया कि उन्होंने पुलिस को कोई शिकायती पत्र नहीं दिया है। यति नरसिंहानंद ने हमें आगे बताया कि तलाशी के दौरान तीनों में से किसी के पास कोई हथियार आदि नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहसिन और नाबालिग मुस्लिम लड़की ने अपनी पहचान छिपाने के लिए अपने आधार कार्ड की एंट्री नहीं करवाई थी। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में पुलिस कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर जा रही है। वीडियो में स्कूल की ड्रेस में एक लड़की भी दिखाई दे रही है। इसी मंदिर की भक्त डॉ. उदिता त्यागी ने घटनास्थल से एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने लड़की की उम्र १३ साल बताई है। उदिता का आरोप है कि मोहसिन के साथ हिरासत में ली गई दो नाबालिग लड़कियों में से एक मुस्लिम है। डासना मंदिर के सेवादार ने बताया कि मोहसिन डासना क्षेत्र का ही है और वो मंदिर में रेकी के मकसद से आया था। इस घटना पर गाजियाबाद पुलिस के एसीपी वेबसिटी ने एक आधार कार्ड पर मंदिर में ३ लोगों की एंट्री की बात स्वीकारी है। उन्होंने बताया कि तीनों से पूछताछ करके कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पहले भी पकड़े जा चुके हैं संदिग्ध
गौरतलब है कि मई २०२१ में यति नरसिंहानंद ने खुद को कट्टरपंथियों के निशाने पर बताया था। इससे पहले भी डासना मंदिर में घुसपैठ की कोशिश में कुछ संदिग्ध पकड़े जा चुके हैं। २ जून, २०२१ की रात काशिफ और विपुल नाम के दो व्यक्ति घातक ड्रग सायनाइड और सर्जिकल ब्लेड के साथ घुस गए थे। इन दोनों ने मंदिर के प्रमुख द्वार के बाहर एंट्री रजिस्टर में अपना नाम डॉ. विपुल विजय वर्गीय नागपुर और काशी गुप्ता के रूप में कराई थी। दोनों संदिग्धों पर आरोप था कि शाम की पूजा के दौरान वे महंत पर हमला करने की फिराक में थे। इसके अलावा मंगलवार (१० अगस्त, २०२१) को तड़के सुबह ४ बजे डासना मंदिर में दो साधुओं को किसी संदिग्ध द्वारा चाकू घोंपा गया था। इस हमले में दोनों साधु बुरी तरह से घायल हो गए थे।