सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में ३,१५२ लड़कियां और महिलाएं लापता हैं। पुलिस अब तक इनकी खोज नहीं कर पाई है। इतनी बड़ी संख्या में लड़कियों और महिलाओं का गायब होना चिंताजनक है। महिला सुरक्षा की बात करनेवाली ईडी सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या कर रही है, ऐसा सवाल करते हुए राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने शिंदे-फडणवीस सरकार पर जमकर हमला बोला।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की ईडी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता सम्मेलन षण्मुखानंद सभागृह में संपन्न हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रवादी के अध्यक्ष शरद पवार ने राज्य की कानून व्यवस्था और अन्य सवालों को लेकर केंद्र और राज्य की ईडी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में जहां पर सत्ताधारी दल की ताकत नहीं है, वहां सांप्रदायिक तनाव निर्माण करने का प्रयास किया जा रहा है।
पांच महीने में ३९१ किसानों ने की आत्महत्या
शरद पवार ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ३ वर्षों में किसानों की आए दोगुनी कर दूंगा। आज ९ से १० वर्ष पूरे हो गए लेकिन किसानों की आय अभी तक दोगुनी नहीं हुई, बल्कि किसानों की आत्महत्या दोगुनी हुई है। महाराष्ट्र में पिछले ५ महीनों में ३९१ किसानों ने आत्महत्या की है। राज्य की कानून व्यवस्था को बनाए रखना सरकार की जवाबदेही है परंतु जानबूझकर सांप्रदायिक कटुता निर्माण किया जा रहा है। पिछले कई महीने से कोल्हापुर, संगमनेर, नांदेड, अकोला, अमलनेर में सांप्रदायिक दंगे हुए। महाराष्ट्र शांतिप्रिय राज्य है। केवल सत्ताधारी दल की शक्ति जहां नहीं है, वहां पर सांप्रदायिक तनाव निर्माण करके उसका राजनीतिक लाभ कैसे उठाया जाए, यह देखा जा रहा है, ऐसा शरद पवार ने कहा।
मणिपुर में ४५ दिनों से जारी है दंगा
मणिपुर में पिछले ४५ दिनों से लगातार दंगे हो रहे हैं। चीन की सीमा से सटे राज्य में इस प्रकार की कानून-व्यवस्था कायम हो गई है। अगर कोई पड़ोसी देश इसका फायदा उठाने का पैâसला करता है तो उस देश की क्या परिस्थिति होगी? देश के प्रधानमंत्री को जहां जाना है, वहां जाएं लेकिन इसकी व्यवस्था करके जाना चाहिए, ऐसे शब्दों में शरद पवार ने मोदी सरकार को फटकार लगाई।
महिलाओं पर बढ़ रहा है अत्याचार
राज्य में महिलाओं के अत्याचार के मामलों में वृद्धि हुई है, ऐसी परिस्थिति में महिलाओं को आत्मरक्षा करने के लिए प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। इस बात को ध्यान में रखकर महिला व बाल विकास विभाग की ओर से राज्य की साढ़े तीन लाख युवतियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंत्रालय में आयोजित पत्रकार परिषद में कल महिला व बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने यह घोषणा की। शिवराज्याभिषेक के ३०० वर्ष पूरे होने के मौके पर राज्य के स्कूलों और महाविद्यालयों में राजमाता जिजाऊ युति आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके अंतर्गत स्कूल और महाविद्यालय में १५ से २५ वर्ष तक की लड़कियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ऐसी जानकारी लोढ़ा ने दी। भारतीय स्त्री शक्ति संस्था और विद्यार्थी निधि ट्रस्ट के सहयोग से ३ से १५ जुलाई के बीच राज्य के हर तालुका में एक हजार लड़कियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उक्त दोनों संस्थाओं द्वारा यह प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जाएगा। इस संदर्भ में महिला व बाल विकास विभाग और उक्त संस्थाओं के बीच कल करार हुआ है। महिलाओं व लड़कियों का सायबर विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन भी किया जाएगा।