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समय हुआ समाप्त, आधार पंजीयन से ५३ लाख विद्यार्थी रह गए वंचित!

रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग सबसे आगे
मुंबई शहर, उपनगरों में सबसे कम पंजीयन

सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के स्वूâलों में पढ़नेवाले छात्रों का आधार पंजीयन के लिए दी गई अवधि समाप्त हो गई है। ऐसे में शिक्षा विभाग द्वारा अब तक शत-प्रतिशत छात्र आधार पंजीकरण नहीं किया जा सका है। बताया गया है कि अभी राज्य में ५३,१७,६०८ छात्रों के आधार पंजीकरण किया जाना बाकी है। शिक्षा आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश के स्वूâलों में कुल १,६०,७०,५६९ छात्रों का आधार पंजीयन हुआ है। बताया गया है कि रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिला छात्रों के आधार पंजीयन के मामले में सबसे आगे, जबकि मुंबई शहर और उपनगर फिसड्डी साबित हुआ है।
राज्य में स्वूâली छात्रों की जानकारी आधार कार्ड से लिंक करने के लिए ३० अप्रैल तक की समय सीमा दी गई थी। इस समय सीमा के बाद भी ५३ लाख से अधिक छात्रों का आधार कार्ड लिंक अपडेट का काम पूरा नहीं हो सका है। इसके पीछे कई तकनीकी कारण बताए जा रहे हैं। इनमें से एक कारण यह बताया जा रहा है कि इसके लिए सबसे अधिक जिम्मेदार स्कूल के संचालक हैं। उनकी तरफ से छात्रों की जानकारी दबाई जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि छात्रों की संख्या के अभाव में बैच को मान्यता न मिले, ताकि शिक्षकों की संख्या बढ़ सके। विगत कुछ वर्षों में अनुदानित स्वूâल संस्थान संचालकों ने अधिक मुनापेâ के चक्कर में एक समय अनुदानित और दूसरी तरफ निजी स्वूâल खोल रखे हैं। अनुदान पाने के लिए निजी स्वूâलों के छात्रों की उपस्थिति अनुदानित स्वूâलों में दिखाने का मामला बढ़ गया है। हालांकि, शिक्षा विभाग द्वारा प्रत्येक छात्र की जानकारी और उसके आधार कार्ड अनुदानित स्वूâलों के साथ अपडेट करने की मुहिम शुरू किए जाने से कई संस्थानों की असली सच्चाई सामने आने की संभावना है।

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