सामना संवाददाता / मुंबई
राईपुर धर्मलक्ष्मी जनसेवा ट्रस्ट जो पिछले ८ सालों से मुंबई में सर्व जातीय सामूहिक विवाह महोत्सव का आयोजन करता आ रहा है, जिसमें सभी समाज की बेटियों का विवाह उनके ही रीति-रिवाज के अनुसार संपन्न कराया जाता है। पिछले दिनों ९ दिसंबर को ५५ बेटियों का और २१ अप्रैल २०२४ को १७ बेटियों का कन्यादान ट्रस्ट की तरफ से किया गया था। अब तक संस्था की तरफ से ३११ बेटियों का कन्यादान किया जा चुका है। आज १४ जुलाई को फिर से पांच बेटियों का कन्यादान नालासोपारा में हो रहे कन्यादान महोत्सव में किया जाएगा, जिसमें तीन उत्तर भारतीय, एक मराठी, एक दक्षिण भारतीय जोड़ों का विवाह उनके ही समाज के रीति-रिवाज के अनुसार होगा। संस्था के अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि ट्रस्ट कन्यादान अभियान के माध्यम से समाज में भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा और विवाह में फिजूलखर्ची जैसी कुरीतियों को जड़ से खत्म करना चाहता है। ट्रस्ट इस सामूहिक विवाह समारोह के माध्यम से बेटियों का विवाह करा कर कई माता-पिता की चिंताओं को भी दूर करने का कार्य करता है। संस्था की तरफ से आए मेहमानों के अल्पाहार और भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ बेटियों को उपहार के रूप में सोने का मंगलसूत्र, चांदी की पायल, नथ, बिछिया, गृहस्थी के लिए बर्तन, पंखा, मिक्सर, कुकर, कपड़े सहित अन्य सभी जरूरी चीजें भेंट करती है। यह सेवा कार्य करने के लिए संस्था की तरफ से महिला और पुरुषों की ‘सुपर ३०’ टीम और ‘सुपर एक्शन फोर्स’ नाम से टीम बनाई है। संस्था ने ५,००० बेटियों का कन्यादान करने का संकल्प लिया है। जिसे उसके सभी कार्यकर्ता व दानदाता बड़े ही शिद्दत के साथ इस संकल्प को पूरा करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। संस्था आने वाले १६ नवंबर को उत्तर प्रदेश के बनारस में भी कन्यादान महोत्सव का आयोजन करने जा रही है।