सामना संवाददाता / मुंबई
शिवसेना चुरा ली, धनुष-बाण चुरा लिया, अब `मातोश्री’ नाम भी मिंधों ने चुरा लिया है, हो सकता है कि कल वे `ठाकरे’ उपनाम भी लगाने लगें, ऐसा जबरदस्त हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता, विधायक आदित्य ठाकरे ने कल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर बोला। अगर दम है तो मुख्यमंत्री वर्ली से चुनाव लड़ें, नहीं तो मैं ठाणे से चुनाव लड़ता हूं, ऐसी चुनौती फिर एक बार आदित्य ठाकरे ने दी।
आदित्य ठाकरे ने कल मुंबई में मीडिया से बातचीत की। इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने राज्य के विभिन्न मुद्दों पर टिप्पणी करते हुए एकनाथ शिंदे पर भी निशाना साधा। कर्नाटक में भाजपा उम्मीदवारों के प्रचार के लिए मुख्यमंत्री शिंदे बंगलुरु दौरे पर हैं। असंवैधानिक मुख्यमंत्री ५० खोखों के साथ ४० प्रतिशतवालों का प्रचार करने गए हैं। दरअसल, उन्हें वहां जाकर सीमा क्षेत्र के मराठी भाइयों की आवाज सुननी चाहिए थी। महाराष्ट्र एकीकरण समिति के उम्मीदवारों के साथ खड़ा होना चाहिए था। लेकिन केवल कुर्सी बचाने के लिए वह अपने बॉस के आदेश पर भाजपा के प्रचार के लिए गए, इन शब्दों में आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री की आलोचना की।
आगामी वज्रमूठ सभा को महाविकास आघाड़ी में शुरू मतभेदों के कारण रद्द कर दिया गया है, ऐसा आरोप भाजपा कर रही है। इस पर जवाब देते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि भाजपा को वज्रमूठ सभा से सदमा लगा है। सभाएं न हों, ऐसी उनकी इच्छा है। लेकिन हमने भीषण गर्मी के कारण वज्रमूठ सभाएं नहीं कर रहे हैं। इसका मकसद खारघर जैसे हादसों को रोकना है। गर्मी के बाद बैठकें फिर से शुरू होंगी, ऐसा भी आदित्य ठाकरे ने कहा।
`मणिपुर में फंसे मराठी छात्रों को सुरक्षित वापस लाया जाए’
मणिपुर में हिंसा के बीच फंसे महाराष्ट्र के छात्रों को लेकर शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने वहां से महाराष्ट्र के छात्रों को सकुशल बाहर निकालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में स्थिति बहुत चिंताजनक है। हिंसा बंद होनी चाहिए। केंद्र सरकार को राज्य में हिंसा रोकने पर ध्यान देना चाहिए। आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मणिपुर में स्थिति को बेकाबू नहीं होने देना चाहिए था। लेकिन प्रशासन और केंद्र सरकार की लापरवाही के चलते वहां हिंसा बढ़ी है। मणिपुर में लोग बेहाल हैं और पूरा प्रशासन, चाहे वह केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार के नेता, कर्नाटक में चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। आदित्य ठाकरे ने मणिपुर सरकार से अपील करते हुए कहा कि मणिपुर में फंसे मराठी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए और महाराष्ट्र वापस भेजा जाए।
मुख्यमंत्री शिंदे के कर्नाटक दौरे पर की टिप्पणी
मुख्यमंत्री शिंदे के कर्नाटक दौरे को लेकर विधायक और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने टिप्पणी की है। आदित्य ठाकरे ने केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार को चुनाव प्रचार के बजाय पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में स्थिति को नियंत्रण में लाने पर ध्यान देना चाहिए।