स्थल- ‘एमएमआरडीए’
मैदान, बीकेसी
समय- शाम ५ बजे
सामना संवाददाता / मुंबई
जानलेवा महंगाई, भारी बेरोजगारी मनमाने कामकाज के चलते संविधान खतरे में आ गया है। इन सबके बीच केंद्र सरकार की देशभर में वास्तविक तौर पर दमनशाही शुरू है, इसलिए संविधान की रक्षा के लिए और तानाशाही के विरोध में सोमवार, १ मई को बांद्रा में भव्य ‘वङ्कामूठ’ सभा हो रही है। ‘बीकेसी’ के ‘एमएमआरडीए’ मैदान पर शाम ५ बजे होनेवाली सभा में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), कांग्रेस और राष्ट्रवादी के दिग्गज नेता उपस्थित रहेंगे और जनसैलाब का मार्गदर्शन करेंगे। इसलिए देशभर में सभा को लेकर भारी उत्सुकता है। इस सभा को लेकर अभी से ही विरोधियों के पसीने छूटने लगे हैं।
देशभर में बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी के चलते आम जनता आक्रोशित हो गई है। प्राकृतिक आपदाओं के चलते किसान हैरान और परेशान हो गए हैं। खेती की उपज को उचित कीमत न मिलने से संकट में फंसे किसान आत्महत्या कर रहे हैं, ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार केवल राजनीति में मशगूल है और जनता किनारे पर पड़ी है। इस पर आवाज उठानेवालों के पीछे सीधे ‘ईडी’, ‘सीबीआई’ जैसी केंद्रीय एजेंसियों को लगाकर अटकाया जा रहा है। सत्ता और पैसों के बल पर राज्यों की सरकार गिराई जा रही है। इसलिए महाविकास आघाड़ी की तरफ से राज्यभर में ‘वङ्कामूठ’ सभा आयोजित कर आम लोगों पर होनेवाले अन्याय का खुलासा किया जा रहा है। इसमें छत्रपति संभाजी नगर और नागपुर में आयोजित की गई सभाओं में रिकॉर्ड ब्रेक भीड़ हुई। इसलिए बीकेसी में होनेवाली सभा में भी तूफानी भीड़ होगी, यह स्पष्ट हो गया है। इसलिए सभा के लिए जोरदार तैयारी शुरू है। शिवसेना के साथ कांग्रेस, राष्ट्रवादी के नेता-कार्यकर्ता इसके लिए मेहनत कर रहे हैं।
टीजर को तूफानी प्रतिसाद
‘बीकेसी’ में सभा के पहले महाविकास आघाड़ी द्वारा सार्वजनिक की गई ‘वङ्कामूठ’ सभा के टीजर को तूफानी प्रतिसाद मिल रहा है। ‘वङ्कामूठ’ सभाओं में उमड़ने वाली अपार भीड़, महाविकास आघाड़ी नेताओं की आक्रामकता इस टीजर में दिखाई देने के चलते सोशल मीडिया पर सभा की ही चर्चा शुरू है। टीजर में शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे, अजीत पवार, नाना पटोले आदि प्रमुख नेताओं सहित जनसैलाब दिख रहा है। सोमवार को होनेवाली सभा में भी भीड़ के सभी रिकॉर्ड टूटेंगे, ऐसा अनुमान राजनीतिक विशेषज्ञों की तरफ से व्यक्त किया जा रहा है।