दो अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेजे गए
सामना संवाददाता / भिवंडी
भिवंडी के देवजीनगर इलाके के अतिजर्जर इमारत का बिजली कनेक्शन खंडित करने गए टोरेंट कर्मचारियों के साथ मारपीट करना मनसे अध्यक्ष को भारी पड़ गया। इस मामले में पुलिस ने मनसे शहर अध्यक्ष व सात अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसे लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं।
भिवंडी के देवजीनगर इलाके में स्थित तीन मंजिला घर नंबर ८८८ को मनपा प्रशासन ने सी १ श्रेणी में होने के कारण अतिजर्जर घोषित किया था। जिसे खाली कराने के उद्देश्य से प्रभाग समिति क्रमांक-४ के प्रभारी सहायक आयुक्त गिरीश घोष्टेकर के निर्देश पर शुक्रवार की शाम चार बजे टोरेंट पावर के कर्मचारी बिल्डिंग का मीटर खंडित करने गए। आरोप है कि मीटर डिस्कनेक्शन के दौरान मनसे भिवंडी शहर अध्यक्ष मनोज गुलवी के उकसाए जाने पर कुछ महिलाओं ने टोरेंट पावर के कर्मचारियों पर हमला कर दिया था। हमलावरों ने इस दौरान टोरेंट कर्मियों के साथ हाथापाई और गाली-गलौज किया था, जिससे टोरेंट पावर के दो कर्मचारी घायल हो गए। इस प्रकरण में प्रभाग समिति चार के बीट निरीक्षक सचिन गायकवाड की शिकायत पर नारपोली पुलिस ने मनसे शहर अध्यक्ष मनोज गुलवी, शीतल पाटील सहित दो नामजद व ७ अज्ञात लोगों पर आईपीसी की धारा ३५३, ३३२, १४१, १४३, १४६, १४७ और १४९ केस दर्ज किया था। मामले की जांच कर रहे नारपोली पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक विट्ठल बढ़े ने बताया कि रविवार को मनोज गुलवी सहित सभी आठों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिन्हें सोमवार को भिवंडी अदालत में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने सभी आरोपियों को २ अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।