मनसे शहर अध्यक्ष सहित आठ अज्ञात पर मामला दर्ज, कोई गिरफ्तार नहीं
सामना संवाददाता / भिवंडी
भिवंडी के देवजीनगर इलाके के अतिजर्जर इमारत का बिजली कनेक्शन खंडित करने गए टोरेंट कर्मचारियों की महिलाओं द्वारा लात घुसों व चप्पलों से पिटाई करने की गई। मनपा बीट निरीक्षक की शिकायत पर इस मामले में पुलिस ने मनसे शहर अध्यक्ष सहित दो लोगों पर नामजद व आधा दर्जन से ज्यादा महिला पुरूषों पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
मालूम हो कि भिवंडी के देवजीनगर इलाके में स्थित तीन मंजिला घर नंबर ८८८ को मनपा प्रशासन ने अतिजर्जर घोषित किया था। जिसे खाली कराने के उद्देश्य से शुक्रवार की शाम चार बजे प्रभाग समिति चार के सहायक आयुक्त गिरीश घोष्टेकर दलबल व टोरेंट पावर कर्मचारियों को साथ में लेकर बिजली मीटर व पानी कनेक्शन खंडित करने गए। टोरेंट कर्मचारियों ने बिल्डिंग के कुछ मीटर खंडित किए ही थे कि इसी दौरान बिल्डिंग की कई महिलाएं आकर इसका विरोध करने लगीं, जिसके कुछ ही देर बाद घटनास्थल पर मनसे शहर अध्यक्ष मनोज गुलवी व आधा दर्जन महिला-पुरुष के साथ आ धमके और मीटर कनेक्शन खंडित करने की पावती टोरेंट पावर के कर्मचारियों से मांगने लगे।
इसी बीच घटनास्थल पर मौजूद महिलाओं ने टोरेंट कर्मचारियों पर हमला कर उन्हें लात, घूसों व चप्पलों से दौड़ा-दौड़ाकर पीटने लगीं। इस दौरान टोरेंट के टेक्नीशियन और कार्यकारी अधिकारी घायल हो गए, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। घटना के बाद मनपा व टोरेंटकर्मी किसी तरह जान बचाकर नारपोली पुलिस स्टेशन पहुंचे, जहां पर प्रभाग समिति चार के बीट निरीक्षक सचिन गायकवाड की शिकायत पर पुलिस ने मनसे शहर अध्यक्ष मनोज गुलवी व एक महिला सहित दो नामजद व ७ अज्ञात लोगों पर सरकारी कार्य में अड़चन डालने, गैरकानूनी ढंग से भीड़ जुटाने व गाली-गलौच के साथ मारपीट करने का केस किया है। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इधर नारपोली पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर अज्ञात टोरेंटकर्मी पर भी छेड़छाड़ का केस दर्ज किया है। इस मामले को लेकर शहर में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं।
टोरेंट पावर ने की घटना की निंदा
इधर इस घटना की टोरेंट पावर की तरफ से निंदा की गई। टोरेंट पावर के अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी बात को लेकर किसी को कोई शिकायत है तो वह टोरेंट के आला अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्या बता सकता है। इस प्रकार मारपीट करने से शहर में बिजली सप्लाई व्यवस्था खराब हो सकती है, क्योंकि टोरेंटकर्मियों में इस घटना के बाद भय व्याप्त है। यदि कहीं पावर संबंधित तकलीफें होती हैं तो इस हिंसात्मक कार्रवाई के बाद उसे कैसे ठीक किया जाएगा। इस प्रकार की मारपीट करना गलत व कानून के खिलाफ है।